Edited By Ajay kumar,Updated: 21 May, 2019 01:15 PM
डॉक्टर को धरती का भगवान कहा जाता है, लेकिन अब यह पेशा भी कलंकित हो चुका है। पैसा कमाने के चक्कर में डॉक्टर हैवानियत पर उतारू हो गए हैं। जी हां, ऐसा ही एक मामला उत्तर प्रदेश के बदायूं से सामने आया है।
बदायूं: डॉक्टर को धरती का भगवान कहा जाता है, लेकिन अब यह पेशा भी कलंकित हो चुका है। पैसा कमाने के चक्कर में डॉक्टर हैवानियत पर उतारू हो गए हैं। जी हां, ऐसा ही एक मामला उत्तर प्रदेश के बदायूं से सामने आया है। जहां पथरी के इलाज के लिए आए मरीज को डॉक्टर ने नशे का ओवरडोज दे दिया जिससे उसकी मौत हो गई। महिला मरीज की मौत से गुस्साए परिजनों में हाहाकार मच गया और अस्पताल गेट पर शव रखकर हंगामा काटा।
बदायूं थाना सिविल लाइन क्षेत्र के निजी नर्सिंग होम रामा अस्पताल एव ट्रामा सेंटर नाम से डॉ.बीआर गुप्ता संचालित करते हैं। कल सिविल लाइन क्षेत्र के ही रहने वाले वीरेंद्र उपाध्यय ने अपनी पत्नी पूजा को उसकी पित्त की थैली की पथरी के ऑपरेशन के लिए भर्ती कराया था। वीरेंद्र उपाध्यय का आरोप है कि आज सुबह जब ऑपरेशन की तैयारी कर डॉक्टर ने उसकी पत्नी को नशे की ओवरडोज दे दी जिसके कारण उसकी हालत बिगडऩे लगी तो आनन-फानन में डॉक्टर ने अपने स्टाफ के साथ उसकी पत्नी को अपने बरेली स्थित रिश्तेदार के अस्पताल गंगाचरण भेज दिया जहां बरेली ले जाते समय उसकी मौत हो गई। इस घोर लापरवाही पर मृतक पूजा के परिजन इकठ्ठा हो गए और अस्पताल पर शव रखकर प्रदर्शन किया और जमकर हंगामा काटा।
हंगामे की सुचना पर पुलिस भी निजी अस्पताल पर पहुंच गई और परिजनों को समझाया। मौके पर पहुंचे सीओ सिटी ने डॉक्टर के खिलाफ एनसीआर दर्ज कर मृतक की पति की तहरीर लेकर शव का पैनल से पोस्टमार्टम कराने का आदेश दिया।