Edited By Deepika Rajput,Updated: 08 Aug, 2019 02:57 PM
उत्तर प्रदेश मदरसा शिक्षा परिषद ने राज्य के सभी मदरसों में स्वाधीनता दिवस का जश्न परम्परागत तौर पर मनाने के आदेश जारी किए हैं। मदरसा शिक्षा बोर्ड के रजिस्ट्रार एसएन पांडे ने अल्पसंख्यक कल्याण विभाग के सभी उप निदेशकों और सभी जिला अल्पसंख्यक कल्याण...
लखनऊः उत्तर प्रदेश मदरसा शिक्षा परिषद ने राज्य के सभी मदरसों में स्वाधीनता दिवस का जश्न परम्परागत तौर पर मनाने के आदेश जारी किए हैं। मदरसा शिक्षा बोर्ड के रजिस्ट्रार एसएन पांडे ने अल्पसंख्यक कल्याण विभाग के सभी उप निदेशकों और सभी जिला अल्पसंख्यक कल्याण अधिकारियों को भेजे गए पत्र में कहा है कि वह अपने अपने मंडल और जिलों में स्थित सभी मदरसों को स्वतंत्रता दिवस हर्षोल्लास के साथ मनाने के निर्देश दें।
पत्र में संबंधित अधिकारियों से यह भी कहा गया है कि वे उत्कृष्ट श्रेणी के कार्यक्रमों को प्रोत्साहित भी करें और उसका विवरण एक हफ्ते के अंदर बोर्ड को उपलब्ध कराएं। बोर्ड ने मदरसों में स्वतंत्रता दिवस पर झंडारोहण करने और राष्ट्रगान गाने, शहीदों को श्रद्धांजलि देने, स्वतंत्रता दिवस के महत्व पर प्रकाश डालने, मदरसे के छात्र-छात्राओं द्वारा राष्ट्रीय गीत प्रस्तुत करने, स्वतंत्रता दिवस की पृष्ठभूमि और जंग-ए-आजादी में हिस्सा लेने वाले सेनानियों और शहीदों के बारे में जानकारी देने, मदरसों में छात्रों द्वारा पौधारोपण करने, राष्ट्रीय एकता पर आधारित सांस्कृतिक कार्यक्रम और खेलकूद प्रतियोगिताएं आयोजित करने को कहा है।
टीचर्स एसोसिएशन मदारिस अरबिया उत्तर प्रदेश के महासचिव दीवान साहब जमां ने कहा कि यह कोई नई बात नहीं है। हालांकि, पहले बोर्ड की तरफ से इस तरह की हिदायत हर साल जारी नहीं होती थी। उन्होंने कहा कि अगर जिला अल्पसंख्यक कल्याण अधिकारी रिपोर्ट मांगते हैं तो वह जरूर दी जाएगी, लेकिन अगर स्वतंत्रता दिवस का जश्न मनाने के सुबूत मांगेंगे तो इस पर आपत्ति होगी। देश के आजाद होने के बाद से ही मुल्क के तमाम मदरसों में आजादी का जश्न मनाया जाता है। यह जाहिर तौर पर हमारे लिए बेपनाह खुशी का मौका है।