Edited By Ajay kumar,Updated: 21 Jan, 2019 04:06 PM
केन्द्रीय सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्री रामदास अठावले ने रविवार को विपक्षी दलों पर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के डर से एकजुट होने का आरोप लगाते हुए कहा कि ये पार्टियां मोदी को बदनाम करना चाहती हैं।
लखनऊ: केन्द्रीय सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्री रामदास अठावले ने रविवार को विपक्षी दलों पर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के डर से एकजुट होने का आरोप लगाते हुए कहा कि ये पार्टियां मोदी को बदनाम करना चाहती हैं।
अठावले ने यहां संवाददाता सम्मेलन में कहा कि कोलकाता में पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी की रैली में तमाम विपक्षी दलों के नेता एकजुट हुए। दरअसल वे सभी प्रधानमंत्री मोदी जैसे सशक्त नेता के डर की वजह से एक साथ आ रहे हैं। ये पाॢटयां अनर्गल आरोप लगाकर मोदी को बदनाम करना चाहती हैं। उन्होंने कहा कि विपक्षी दलों के पास कोई मुद्दा और नीति नहीं है, लिहाजा उनका गठबंधन कोई खास असर नहीं दिखा पाएगा।
अठावले ने उत्तर प्रदेश में बने सपा-बसपा के गठबंधन का जिक्र करते हुए कहा कि इससे भाजपा पर कोई असर नहीं पड़ेगा, क्योंकि ये दोनों दल अपने कोर मतदाताओं से एक-दूसरे के पक्ष में मतों का अंतरण नहीं करा पाएंगे।
केन्द्रीय मंत्री ने बसपा प्रमुख मायावती पर निशाना साधते हुए कहा कि जब उन्होंने पूर्व में भाजपा के साथ मिलकर सरकार बनायी थी, तब उन्हें भाजपा साम्प्रदायिक नहीं लगती थी। मायावती में अगर नैतिकता है तो उन्हें भाजपा के साथ होना चाहिए था।
रिपब्लिकन पार्टी आफ इण्डिया के अध्यक्ष अठावले ने उत्तर प्रदेश में भाजपा के साथ तालमेल करके लोकसभा चुनाव लडऩे की इच्छा जताते हुए कहा कि राज्य में 12 प्रतिशत दलित मतदाता उनके साथ हैं। अगर भाजपा प्रदेश में उनकी पार्टी को साथ ले तो वह बसपा को नुकसान पहुंचा सकती है। अयोध्या मामले का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा कि यह मामला अदालत में लम्बित है, लिहाजा उसके फैसले का इंतजार किया जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि भाजपा इस मामले को यहां तक लेकर आयी है, उसे इसका श्रेय दिया जाना चाहिए।