Edited By Ruby,Updated: 16 Dec, 2018 05:41 PM
प्रयागराज में जनसभा को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री मोदी ने कांग्रेस पर जमकर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि जिस तरह एक बार फिर न्यायपालिका पर दबाव का खेल शुरू हुआ है। उस स्थिति में देश को सतर्क किया जाना आवश्यक है। देश पर सबसे ज्यादा समय तक शासन करने...
प्रयागराजः प्रयागराज में जनसभा को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री मोदी ने कांग्रेस पर जमकर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि एक बार फिर न्यायपालिका पर दबाव का खेल शुरू हुआ है। उस स्थिति में देश को सतर्क किया जाना आवश्यक है। देश पर सबसे ज्यादा समय तक शासन करने वाली पार्टी ने हमेशा ही खुद को हर कानून न्यायपालिका, संस्था और यहां तक कि देश से भी ऊपर माना है।
कांग्रेस पर जोरदार हमला बोलते हुए पीएम ने कहा कि देश की हर उस संस्था को इस पार्टी ने बर्बाद कर दिया जो उसकी मर्जी से नहीं चली। उसके इशारों पर काम करने और झुकने को तैयार नहीं हुई। इसी मनमानी ने हमारे देश की न्यायप्रणाली को भी कमजोर करने का प्रयास किया। इसका सिर्फ एक कारण था कि न्यायपालिका उन संस्थाओं में से एक रही है जो इस पार्टी के भ्रष्ट और निरंकुश तरीकों के खिलाफ खड़ी रहती है। इस बात को प्रयागराज और यूपी के लोगों से बेहतर कौन जान सकता है कि कांग्रेस को न्यायपालिका क्यों पसंद नहीं है ? यूपी के लोग वो दिन याद करें जब इस पार्टी की सर्वोच्च नेता द्वारा यहां जनमत को अपमानित करने काम किया गया था। क्या ये लोकतंत्र का अपमान नहीं था।
मोदी ने कहा कि कांग्रेस के नेताओं की यह प्रवृत्ति रही है। इस प्रवृत्ति में देश की संवैधानिक संस्थाओं को पार्टी के आगे हाथ बांधे खड़ा रहने पर मजबूर किया जाता है। जो झुकता नहीं उसे तोड़ने की कोशिश की जाती है। ये उनकी राजशाही सोच है जो उन्हें निष्पक्ष संस्थाओं को बर्बाद करने को उकसाती रहती है। हाल ही में हमने देखा कि कैसे उन्होंने न्याय-पालिका के सर्वोच्च न्यायमूर्ति के खिलाफ महाभियोग प्रस्ताव लाने की कोशिश की थी। जजो को डराने धमकाने की ये कोशिश उनकी पुरानी सोच का हिस्सा रही है। ये लोग हर संस्था को बर्बाद करने का प्रयास करने के बाद अब लोकतंत्र की दुहाई दे रहे हैं। यह पार्टी खुद को, देश, लोकतंत्र, न्याय-पालिका और यहां तक की लोगों से भी खुद को ऊपर समझती हैं। अभी दो दिन पहले भी हम इसका एक और उदाहरण देख चुके हैं।