Edited By Deepika Rajput,Updated: 09 Sep, 2018 12:57 PM
इलाहाबाद बेसिक शिक्षा विभाग में कार्यरत सुत्ता सिंह के निलंबन के बाद परीक्षा नियामक कार्यालय के पीछे शिक्षक भर्ती से जुड़ी कॉपियां को जलाकर नष्ट करने का मामला सामने आया है। अभ्यर्थियों ने जलती कॉपियों का वीडियो सोशल साइट्स पर जारी किया है।
इलाहाबादः इलाहाबाद बेसिक शिक्षा विभाग में कार्यरत सुत्ता सिंह के निलंबन के बाद परीक्षा नियामक कार्यालय के पीछे शिक्षक भर्ती से जुड़ी कॉपियां को जलाकर नष्ट करने का मामला सामने आया है। अभ्यर्थियों ने जलती कॉपियों का वीडियो सोशल साइट्स पर जारी किया है।
कॉपियां जलाए जाने के कारण परीक्षार्थियों में आक्रोश है। परीक्षार्थियों का कहना है कि भ्रष्टाचार के कारण उनकी मेहनत व परिश्रम घोटाले की भेंट चढ़ गई है। परीक्षा नियामक विभाग में मामले को लेकर अफरा-तफरी देखी गई। सभी अधिकारी सकते में है। कोई भी अधिकारी बोलने को तैयार नहीं है।
अभ्यर्थियों ने बताया कि टीईटी प्रमाण-पत्र 5 वर्ष के लिए वैध होता है। जब वैकेंसी 9 जनवरी, 2018 को निकली थी तब हम लोग सभी पात्रता पूर्ण करते थे। अब जब हम लोग नियुक्ति पत्र मांग रहे हैं तो हमें कहा जा रहा है कि आप लोगों का टीईटी प्रमाण-पत्र वैध नहीं है। परीक्षा नियामक कार्यलय में जिस तरह से परिक्षार्थियों की कॉपियां जलाई गई उससे विभाग में बड़ी साजिश की आशंका है।
बता दें कि, सुत्ता सिंह को परीक्षा में धांधली व गलत तरीके से परीक्षार्थियों की भर्ती के चलते उन्हें उनके पद से तत्काल हटा दिया गया है।