Edited By Deepika Rajput,Updated: 02 Jul, 2018 03:59 PM
बनारस हिंदू विश्वविद्यालय को हाल ही में एम्स के बराबर सुविधाएं देने का ऐलान केंद्र सरकार की तरफ से किया जा चुका है, लेकिन बावजूद इसके हालात बद से बदतर है। आलम यह है कि यहां बेड ना मिलने के कारण यहीं पर काम करने वाली एक नर्स को जान गंवानी पड़ी। वहीं...
वाराणसीः बनारस हिंदू विश्वविद्यालय को हाल ही में एम्स के बराबर सुविधाएं देने का ऐलान केंद्र सरकार की तरफ से किया जा चुका है, लेकिन बावजूद इसके हालात बद से बदतर है। आलम यह है कि यहां बेड ना मिलने के कारण यहीं पर काम करने वाली एक नर्स को जान गंवानी पड़ी। वहीं मौत से नाराज स्टाफ नर्स ने अस्पताल में जमकर बवाल किया।
परिजनों का आरोप है कि रविवार रात मंजू को अस्पताल में उल्टी और दस्त की वजह से भर्ती कराया गया था। मंजू की हालत में कोई सुधार नहीं होता देख हमने डॉक्टरों से उसे आईसीयू में भर्ती कराने की गुजारिश की थी, लेकिन डॉक्टरों ने आईसीयू में एक भी बेड न होने की बात कहकर बात को टाल दिया। जिसकी वजह से वह इमरजेंसी वार्ड में पड़ी रही, जहां उसकी हालत लगातार बिगड़ती गई। परिजनों के बार-बार गुहार लगाने पर डॉक्टरों ने उनकी एक नहीं सुनी।
सोमवार सुबह मंजु ने अस्पताल में ही दम तोड़ दिया। परिजनों की मानें तो आईसीयू के इंचार्ज और अड़ियल स्वभाव के कारण उसकी मौत हुई है। वहीं नर्स की मौत से नाराज स्टाफ नर्स ने शव को स्ट्रेचर पर रखकर धरना प्रदर्शन शुरू कर दिया। नर्सों की नाराजगी को देख मौके पर बीएचयू के सुरक्षाकर्मी और अधिकारियों ने मोर्चा संभाला।