Edited By Deepika Rajput,Updated: 13 May, 2018 09:27 AM
यूपी के कुशीनगर में ऑफ सीजन में ही इंसेफेलाइटिस के मरीजों की संख्या बढ़ती जा रही हैं। हर दिन जिला अस्पताल में औसतन 10 मरीज भर्ती हो रहे हैं, जिनमें दो से तीन की खराब हालत होने के कारण आईसीयू वार्ड में रखना पड़ रहा है। यह सिलसिला एक हफ्ते से चल रहा...
कुशीनगरः यूपी के कुशीनगर में ऑफ सीजन में ही इंसेफेलाइटिस के मरीजों की संख्या बढ़ती जा रही हैं। हर दिन जिला अस्पताल में औसतन 10 मरीज भर्ती हो रहे हैं, जिनमें दो से तीन की खराब हालत होने के कारण आईसीयू वार्ड में रखना पड़ रहा है। यह सिलसिला एक हफ्ते से चल रहा है।
बता दें कि, जिला अस्पताल में 10 बेड का एईएस वार्ड व 10 बेड का आईसीयू है। शनिवार की सुबह एईएस वार्ड फुल था, जबकि आईसीयू में इंसेफेलाइटिस के 3 गंभीर मरीजों का इलाज चल रहा था। ये तीनों 10 साल से कम उम्र के बच्चे हैं। यह क्रम लगातार बना हुआ है। डॉक्टरों के मुताबिक, रोज औसतन 10 मरीज आ रहे हैं जिनमे से दो से तीन को एक दो दिन आईसीयू में रखना पड़ रहा है। सभी सीएचसी व पीएचसी पर इंसेफेलाइटिस के लिए 4-4 बेड आरक्षित हैं।
क्या है इंसेफेलाइटिस?
इंसेफेलाइटिस को जापानी बुखार भी कहते हैं। यह वायरल संक्रमण की वजह से होता है। तराई वाले इलाकों में यह वायरस ज्यादा फैलता है। एक बार यह हमारे शरीर के संपर्क आता है, फिर यह सीधा हमारे दिमाग की ओर चला जाता है।