Edited By Punjab Kesari,Updated: 11 Apr, 2018 07:32 AM
राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग ने उन्नाव में दुष्कर्म पीड़िता के पिता की न्यायिक हिरासत में मौत के मामले और इससे जुड़े आरोपों को लेकर यूपी की योगी सरकार को नोटिस भेजा है। इसके साथ ही समाजवादी पार्टी ने इस मसले पर सड़कों पर अपना विरोध-प्रदर्शन शुरू कर...
लखनऊ: राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग ने उन्नाव में दुष्कर्म पीड़िता के पिता की न्यायिक हिरासत में मौत के मामले और इससे जुड़े आरोपों को लेकर यूपी की योगी सरकार को नोटिस भेजा है। इसके साथ ही समाजवादी पार्टी ने इस मसले पर सड़कों पर अपना विरोध-प्रदर्शन शुरू कर दिया है। मानवाधिकार आयोग ने यह नोटिस मीडिया खबरों को आधार बनाकर जारी किया है। बता दें कि दुष्कर्म पीड़िता ने हाल ही में सीएम योगी के आवास के नजदीक आत्मदाह का प्रयास किया था। उसने आरोप भाजपा विधायक कुलदीप सिंह संगेर और उनके साथियों पर बलात्कार और पिता को मरवाने का आरोप लगाया है।
मानवाधिकार आयोग का मानना है कि अगर ये सभी आरोप सही हैं तो यह बहुत ही संगीन हैं और पीड़िता के परिजनों के मानवाधिकारों का घोर उल्लंघन करते हैं। यूपी के मुख्य सचिव और यूपी के पुलिस महानिदेशक को जारी इस नोटिस में इस मामले की व्यापक रिपोर्ट तलब की गई है। इसके साथ ही आयोग ने डीजीपी से फटकार भी लगाई है कि आखिर 24 घंटे में न्यायिक हिरासत में हुई इस मौत के बारे में आयोग को क्यों सूचित नहीं किया है। आयोग ने साफ कहा है कि पीड़िता की शिकायत दर्ज नहीं करने वाले पुलिसकर्मियों के खिलाफ भी कड़ी कार्रवाई हो।
यूपी सरकार को आयोग ने जवाब के लिए चार हफ्ते का समय दिया है। इसके साथ ही सरकार से मारे गए पीड़िता के पिता की मेडिकल और स्क्रीनिंग रिपोर्ट भी पेश करने का आदेश दिया गया है। उधर यूपी में विपक्ष ने योगी सरकार के खिलाफ अपना अभियान तेज कर दिया है। सपा-भाजपा विधायक संगेर की फौरन गिरफ्तारी की मांग कर रही है।