Edited By Tamanna Bhardwaj,Updated: 15 Jun, 2018 12:32 PM
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने महाराणा प्रताप और अकबर को लेकर बयान दिया है। योगी आदित्यनाथ ने आरएसएस द्वारा आयोजित महाराणा प्रताप की जयंती के अवसर पर कहा कि अकबर नहीं महाराणा प्रताप महान थे, क्योंकि उन्होंने अपने स्वाभिमान के साथ कभी...
लखनऊः उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने महाराणा प्रताप और अकबर को लेकर बयान दिया है। योगी आदित्यनाथ ने आरएसएस द्वारा आयोजित महाराणा प्रताप की जयंती के अवसर पर कहा कि अकबर नहीं महाराणा प्रताप महान थे, क्योंकि उन्होंने अपने स्वाभिमान के साथ कभी समझौता नहीं किया।
महाराणा प्रताप की जयंती पर आयोजित कार्यक्रम में बोले योगी
गुरुवार को आईएमआरटी इंजीनियरिंग कॉलेज विपुलखंड गोमतीनगर में आयोजित कार्यक्रम को संबोधित करते हुए सीएम योगी ने कहा कि हमारा अतीत हमें बहुत कुछ सिखाता है। महाराणा प्रताप ने अकबर के सैनिकों को दो टूक कहा था कि विदेशी और विधर्मी को हम अपना बादशाह नहीं स्वीकार कर सकते। उन्होंने कहा कि वनवासी समाज आज भी अपने को राणा प्रताप का वंशज मानते हैं।
हमारा अतीत ही हमें आगे बढ़ने के लिए प्रेरित करता है
उन्होंने कहा कि हमारा अतीत ही हमें आगे बढ़ने के लिए प्रेरित करता है और महाराणा प्रताप के जीवन और शौर्य से हमें प्रेरणा लेनी चाहिए। उन्होंने कहा कि महाराणा प्रताप के सामने अकबर का एक संदेश था कि वे उसे अपना बादशाह स्वीकार कर लें। ये संदेश ले जाने वालों में जयपुर के राजा मान सिंह भी थे, लेकिन तमाम प्रयासों के बावजूद अधर्मी, विदेशी को महाराणा प्रताप ने बादशाह स्वीकार नहीं किया।
महान अकबर नहीं, महान महाराणा प्रताप थे
सीएम योगी ने कहा कि उस दौरान अकबर के साथ स्वाभिमान, सम्मान गिरवी रखने वाले राजा भी थे, लेकिन महाराणा प्रताप ने स्वाभिमान, सम्मान को अपने छोटे से राज्य के साथ जीवित रखा। यही कारण है 500 साल बाद भी लोग महाराणा प्रताप को याद कर रहे हैं। अगर उन्होंने अकबर की शर्त मान ली होती तो क्या आज मेवाड़ को हम स्वाभिमान का प्रतीक मान रहे होते। महान अकबर नहीं, महान महाराणा प्रताप थे जिन्होंने उस काल में भी स्वाभिमान सम्मान बनाए रखा।