Edited By Tamanna Bhardwaj,Updated: 26 Aug, 2020 11:01 AM
पूर्वोत्तर रेलवे प्रशासन ने अपनी कार्यप्रणाली एवं कार्य कुशलता में गुणात्मक सुधार लाने के लिए डिजीटलीकरण की तरफ निरन्तर अग्रसर है और इस दिशा में आगे बढ़ते हुए पूर्वोत्तर रेलवे पर ई-पास जारी किया जाना प्रारम्भ कर दिया है। पूर्वोत्तर रेलवे के प्रवक्ता...
गोरखपुरः पूर्वोत्तर रेलवे प्रशासन ने अपनी कार्यप्रणाली एवं कार्य कुशलता में गुणात्मक सुधार लाने के लिए डिजीटलीकरण की तरफ निरन्तर अग्रसर है और इस दिशा में आगे बढ़ते हुए पूर्वोत्तर रेलवे पर ई-पास जारी किया जाना प्रारम्भ कर दिया है। पूर्वोत्तर रेलवे के प्रवक्ता ने मंगलवार को बताया कि पूर्वोत्तर रेलवे के इज्जतनगर मंडल द्वारा पहला ई-पास सोमवार को जारी किया गया था और लखनऊ एवं वाराणसी मंडल द्वारा पहला ई-पास आज यानि मंगलवार को निर्गत किया गया है।
गौरतलब है कि ई-पास की खासियत यह भी है कि इससे आई.आर.सी.टी.सी. के वेबसाइट द्वारा ई-आरक्षण टिकट भी हो रहा है। उन्होंने बताया कि लखनऊ मंडल द्वारा निर्गत ई-पास पर आई.आर.सी.टी.सी. के माध्यम से पहला ई-आरक्षण टिकट आज ही जारी हुआ और पूर्वोत्तर रेलवे के मुख्यालय, गोरखपुर में ई-पास जारी करने की प्रक्रिया आखिरी चरण में है एवं शीघ्र ही प्रारम्भ हो जाएगा।
ई-पास के अनेक फायदे
प्रवक्ता ने बताया कि ई-पास के अनेक फायदे हैं। अब रेलकर्मियों को आरक्षण टिकट हेतु पी.आर.एस. केन्द्र पर जाने की कोई आवश्यकता नहीं रहेगी तथा कहीं से भी आई.आर.सी.टी.सी. के वेबसाइट के माध्यम से ट्रेनों में आरक्षण प्राप्त किया जा सकेगा। जिससे श्रम एवं समय की बचत होगी। उन्होंने बताया कि पेपर पास जारी करने में लगने वाले कागज की बचत से पर्यावरण संरक्षण को बल मिलेगा और इसी क्रम में मनी वैल्यू वाली पुरानी पद्वति की पास की किताबों को सेफ कस्टडी में रखने की आवश्यकता भी खत्म हो जाएगी।