Edited By Ramkesh,Updated: 05 May, 2021 04:20 PM
जनपद में कोरोना से लोगो की मौते होने से एक तरफ हड़कंप मचा हुआ है तो वही श्मशान घाटों पर रोजाना सैकड़ो लाशें जलाने के लिये आ रही रही है,लेकिन लाशों को जलाने के लिये लकड़िया भी नही मिल पा रही है। बताया जा रहा है कि अगर कही मिल भी रही है तो 700 से 800...
देवरिया: जनपद में कोरोना से लोगो की मौते होने से एक तरफ हड़कंप मचा हुआ है तो वही श्मशान घाटों पर रोजाना सैकड़ो लाशें जलाने के लिये आ रही रही है,लेकिन लाशों को जलाने के लिये लकड़िया भी नही मिल पा रही है। बताया जा रहा है कि अगर कही मिल भी रही है तो 700 से 800 कुन्तल लोग लकड़ी खरीदने को मजबूर हो रहे है।
बता दें कि यह हाल देवरिया जिले के एक घाट का नजारा है जहां पर लाशें जल रही है और गंदगी का अंबार लगा है लोग जले हुए लाशो के ऊपर ही दूसरी लाश जलाने को मजबूर है ,बताया जा रहा है की आम दिनों में श्मशान घाट पर रोजाना लगभग 10 से 20 लाशें मुश्किल से आया करती थी लेकिन जब से कोरोना की बीमारी बढ़ी है तब से लगभग रोजाना सैकड़ो लाशें यहाँ जलाने के लिए पहुँच रही है।
लाशों को लेकर जलाने आये लोगो का कहना है कि जब से कोरोना का कहर शुरू हुआ है तबसे गांव-गांव मे मौतों का शिलशिला बढ़ा है लोगों का कहना है की ज्यादा लोग बीमार पड़ रहे है और उनकी मौत हो जा रही है सबसे ज्यादा सास फूलने वाली बीमारी हो रही है और इसी बिमारी से ज्यादा लोग मर रहे है अस्पतालों में इलाज के लिए कोई व्यवस्था नही है । उन्होंने बताया कि इलाज के अभाव, बेड और ऑक्सीजन की कमी से लोग लगातार तड़प-तड़प कर अस्पतालों में लोग मर रहे है। अ वही उस घाट पर लाश लेकर आने वाले लोगों का कहना है कि यहां रोजाना 60 से 70 लाशें जलायी जाती है पहले कभी इतनी लाशें इस घाट पर नही आती थी। वही एक युवक ने बताया की हमारे गांव में एक सप्ताह के अंदर में एक दर्जन से अधिक लोग बीमारी और कोरोना के चलते मर चुके है लेकिन प्रशासन के लोग गांव मे नही पहुच रहे है |