Edited By Ajay kumar,Updated: 20 Mar, 2020 10:45 AM
16 दिसंबर 2012 की वह काली रात जब चलती बस में 6 दरिंदों ने एक लड़की के साथ गैंगरेप को अंजाम दिया था। जिससे पूरा देश कांप गया था। आखिरकार आज शुक्रवार की सुबह...
मेरठः 16 दिसंबर 2012 की वह काली रात जब चलती बस में 6 दरिंदों ने एक लड़की के साथ गैंगरेप को अंजाम दिया था। जिससे पूरा देश कांप गया था। आखिरकार आज शुक्रवार की सुबह 5 बजकर 30 मिनट पर चारों दरिंदों मुकेश सिंह (32), पवन गुप्ता (25), विनय शर्मा (26) और अक्षय कुमार सिंह (31) को मेरठ के रहने वाले पवन जल्लाद ने फांसी पर लटका दिया। इसके लिए तिहाड़ जेल प्रशासन ने पवन को 60 हजार रुपये दिए हैं।
बता दें कि एक व्यक्ति को फांसी पर लटकाने की पवन जल्लाद की फीस 15 हजार हैं। फांसी पर चारों दरिंदों को लटकाने के बाद तिहाड़ जेल प्रशासन ने पवन जल्लाद को 60 हजार रुपए दे दिए हैं। इससे पहले तिहाड़ जेल प्रशासन की टीम पवन जल्लाद को अपनी निगरानी में मेरठ से दिल्ली लेकर गई थी।