Edited By ,Updated: 03 Nov, 2016 02:39 PM
देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ नारा तो खूब चल रहा है, बाबजूद इसके बेटियों के प्रति अत्याचार की घटनाएं रुकने का नाम नही ले रही हैं।
हाथरस: देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ नारा तो खूब चल रहा है, बाबजूद इसके बेटियों के प्रति अत्याचार की घटनाएं रुकने का नाम नही ले रही हैं। मामला हाथरस के कस्बा सादाबाद से सामने आया है जिसने एक बार फिर मानवता को शर्मसार करके रख दिया है। यहां करबन नदी के किनारे थैले में एक नवजात बच्ची पड़ी मिली है।
हैरानी वाली बात यह है कि रोती बिलखती इस बच्ची को शौच को गई एक महिला ने देख लिया। बच्ची को ले आने वाली गरीब महिला से बच्ची को एक दूसरी महिला ले गई और अब यह बच्ची सादाबाद के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में डॉक्टरों की देखरेख में है। बच्ची को पाने वाली महिला आशा की मानें तो सुधा नाम की महिला उससे बच्ची को जबरन ले गई। जबकि सुधा नाम की महिला का कहना है कि बच्ची रातभर आशा के घर के बाहर नाली पर थैले में पड़ी रही जिसका उसने निजी चिकित्सकों के यहां इलाज कराया है।
उधर स्वास्थ्य केंद्र के प्रभारी डॉ. दानवीर का कहना है कि सुधा नाम की महिला नवजात बच्ची को लाई थी। बच्ची अब पूरी तरह से स्वस्थ्य है। एसडीएम को इसके मामले में अग्रिम कार्यवाही के लिए सूचित कर दिया गया है।
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