Edited By Deepika Rajput,Updated: 20 Nov, 2018 12:35 PM
उत्तर प्रदेश के बहुचर्चित देवरिया बालिका गृह मामले में एक और बड़ा खुलासा हुआ है। दरअसल, जांच में सामने आया है कि शेल्टर होम में रह रही 9 लड़कियों की शादी ज्यादा उम्र और दिव्यांग लोगों के साथ जबरदस्ती करवा दी गई।
देवरिया: उत्तर प्रदेश के बहुचर्चित देवरिया बालिका गृह मामले में एक और बड़ा खुलासा हुआ है। दरअसल, जांच में सामने आया है कि शेल्टर होम में रह रही 9 लड़कियों की शादी ज्यादा उम्र और दिव्यांग लोगों के साथ जबरदस्ती करवा दी गई। सबसे हैरानी वाली बात यह है कि यह शादी 'मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह योजना' के अंतर्गत कराई गई है। वहीं आरोपियों ने प्रशासन को इस बात की कानोकान खबर तक नहीं लगने दी।
मामले में एसआईटी ने इलाहाबाद हाईकोर्ट में चार्जशीट दायर की है, जिसके मुताबिक एक लड़की की शादी बूढ़े व्यक्ति से कराई गई। यह व्यक्ति शारीरिक अपंग है। दूसरी लड़की की शादी एक दृष्टिहीन व्यक्ति से की गई। पूछताछ में सामने आया कि शादी करने वालों ने गिरिजा त्रिपाठी को इसके बदले मोटी रकम दी थी।
गौरतलब है कि मां विंध्यवासिनी महिला प्रशिक्षण एवं समाज सेवा संस्थान द्वारा संचालित बाल गृह में 5 अगस्त, 2018 की रात पुलिस ने छापेमारी कर 20 लड़कियों और 3 लड़कों को मुक्त कराया था। पुलिस ने एक बालिका के बयान के बाद बाल गृह बालिका से सेक्स रैकेट संचालित होने की बात कहते हुए संचालिका गिरिजा त्रिपाठी को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया था। मामला हाई प्रोफाइल होने के चलते इसकी विवेचना सरकार ने एसआईटी को सौंप दी थी।
एसआईटी की शुरुआती जांच में ही सेक्स रैकेट की पुष्टि न होते देख राज्य सरकार ने तत्कालीन एसपी रोहन पी कनय, सीओ सिटी को हटा दिया जबकि कोतवाल, उप निरीक्षक को निलंबित कर दिया था। इसके बाद एसआईटी ने आरोपी गिरिजा त्रिपाठी, उसके पति मोहन त्रिपाठी और बेटी कंचनलता को रिमांड पर लेकर पूछताछ की थी।