Edited By Deepika Rajput,Updated: 30 Oct, 2018 10:22 AM
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि परिवहन विभाग को पीपीपी मॉडल पर काम करने की आवश्यकता है। इससे आमजन को बेहतर परिवहन सेवाएं मिल सकेंगी, वहीं विभाग का लाभांश भी बढ़ेगा।
लखनऊः उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि परिवहन विभाग को पीपीपी मॉडल पर काम करने की आवश्यकता है। इससे आमजन को बेहतर परिवहन सेवाएं मिल सकेंगी, वहीं विभाग का लाभांश भी बढ़ेगा।
मुख्यमंत्री ने कहा कि परिवहन विभाग को पुलिस एवं लोक निर्माण विभाग के साथ समन्वय कर यातायात से जुड़े जागरुकता के कार्यक्रम चलाने चाहिए। इससे सड़क पर होने वाली दुर्घटनाओं को रोका जा सकता है। प्रदेश सरकार लोगाें को बेहतर परिवहन सुविधा देने के लिए कृतसंकल्पित हैं। यात्राएं आदिकाल से विकास का प्रमुख कारक रही हैं। सांस्कृतिक जड़ें हमारे देश की आत्मा हैं। इसके दृष्टिगत देश, प्रदेश और समाज की प्रगति और विकास के लिए बेहतर परिवहन सेवाएं बहुत आवश्यक हैं।
बता दें कि, मुख्यमंत्री सोमवार को सरकारी आवास पर उत्तर प्रदेश एवं उत्तराखंड राज्य के मध्य अंतर्राज्यीय बस सेवाओं को सुगम एवं सुदृढ़ बनाने के दोनों राज्यों के मध्य पारस्परिक समझौते पर हस्ताक्षर कार्यक्रम में बोल रहे थे। इस अवसर पर उत्तराखंड के मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत मौजूद थे। मुख्यमंत्री ने उत्तर प्रदेश परिवहन निगम की 51 प्रयागराज कुंभ शटल बसों एवं 3 सीएनजी बसों को झंडी दिखाकर रवाना भी किया।