Edited By Ruby,Updated: 11 Aug, 2018 11:23 AM
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी व मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ देशी-विदेशी पर्यटकों एवं श्रद्धालुओं को गंगा की लहरों से उत्तर प्रदेश की प्रचीन नगरी वाराणसी की धार्मिक विरासत का दर्शन कराने के लिए विश्वस्तरीय अलकनंदा-काशी क्रूज को हरी झंडी दिखाकर विशेष...
वाराणसीः प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी व मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ देशी-विदेशी पर्यटकों एवं श्रद्धालुओं को गंगा की लहरों से उत्तर प्रदेश की प्रचीन नगरी वाराणसी की धार्मिक विरासत का दर्शन कराने के लिए विश्वस्तरीय अलकनंदा-काशी क्रूज को हरी झंडी दिखाकर विशेष धार्मिक जल यात्रा सेवा की शुरुआत इस माह कर सकते हैं।
क्रूज सेवा शुरु होने से श्रद्धालु गंगा की लहरों से ऐतिहासिक दशाश्वमेध घाट की विश्व प्रसिद्ध शाम की गंगा आरती एवं असि घाट पर आयोजित होने वाले‘सुबह-ए-बनारस’के अलावा घाटों की अछ्वूत के अलावा रुद्राभिषेक कर पूजा-अर्चना कर सकेंगे। मोदी के संसदीय क्षेत्र में विशेष प्रकार की धार्मिक जल यात्रा सेवा शुरु करने वाली निजी कंपनी कूनॉर्डिक क्रूकालाइन (वाराणसी) के प्रबंधक विवेक मालवीय ने बताया कि क्रूज में 125 लोग एक साथ सवार हो सकते हैं। दो मंजिला इस क्रूज में 60 वातानुकूलित समेत 90 लोगों के बैठने की व्यवस्था की गई है।
खास बात यह कि क्रूज सेवा बारिश के मौसम में गंगा में बाढ़़ जैसे हालात या गर्मी में जलस्तर गिरने से प्रभावित नहीं होगी। फिलहाल यह सेवा ऐतिहासिक असि घाट से पंचगंगा घाट (दशाश्वमेध घट के पास) तक करीब 12 किलोमीटर के दायरे में ही उपलब्ध होगी और दो घंटे के लिए प्रति व्यक्ति 750 रुपये के अलावा जीएसटी देना होगा। उन्होंने बताया कि इस सेवा को आने वाले समय में कैंथी के मार्कंडेय महादेव एवं मिजार्पुर के चुनार में आने वाले पर्यटकों एवं श्रद्धालुओं के लिए विस्तार किया जा सकता है।
मालवीय ने बताया कि ऐतिहासिक दशाश्वमेध सहित अन्य घाटों पर शाम को होने वाली नियमित गंगा आरती और सुबह में असि घाट पर‘सुबह-ए-बनारस’में आने वाल हजारों श्रद्धालुओं एवं पर्यटकों को ध्यान में रखते हुए क्रूज सेवा शुरु की जाएगी। क्रूज में पार्टी, सेमिनार एवं अन्य कार्यक्रम आयोजित करने की व्यवस्था है, जिसके लिए अलग से भुगतान करना होगा। उन्होंने बताया कि जगह आरक्षित करने के लिए ऑन लाइन एवं नकद भी किया जाएगा, लेकिन उद्घाटन के बाद ही आरक्षित करवाने की व्यवस्था की जाएगी।