Edited By Anil Kapoor,Updated: 10 Jul, 2018 08:11 AM
इलाहाबाद का नाम बदलकर ‘प्रयाग’ किए जाने की लंबे अर्से से चली आ रही मांग तेजी पकड़ने लगी है। उत्तर प्रदेश के स्वास्थ्य मंत्री सिद्धार्थनाथ सिंह ने सोमवार को राज्यपाल राम नाईक को पत्र लिखकर इलाहाबाद का नाम बदलकर ‘प्रयाग’ किए जाने की मांग की है।
लखनऊ: इलाहाबाद का नाम बदलकर ‘प्रयाग’ किए जाने की लंबे अर्से से चली आ रही मांग तेजी पकड़ने लगी है। उत्तर प्रदेश के स्वास्थ्य मंत्री सिद्धार्थनाथ सिंह ने सोमवार को राज्यपाल राम नाईक को पत्र लिखकर इलाहाबाद का नाम बदलकर ‘प्रयाग’ किए जाने की मांग की है।
सिद्धार्थनाथ सिंह ने कहा कि महाराष्ट्र से पूर्व सांसद और उत्तर प्रदेश के राज्यपाल राम नाईक बम्बई का नाम बदलकर मुंबई किए जाने में काफी मदद की थी। मैंने उनको पत्र लिखकर लंबे अर्से से इलाहाबाद का नाम ‘प्रयाग’ किए जाने की मांग की है। पूर्व प्रधानमंत्री लाल बहादुर शास्त्री के नाती और प्रदेश सरकार में मंत्री सिद्धार्थनाथ सिंह भाजपा की सरकार बनने के दिन से ही इलाहाबाद का नाम बदलकर ‘प्रयाग’ करने की मांग कर रहे थे।
इससे पहले ऐसी खबरें थीं कि प्रदेश की कैबिनेट इलाहाबाद के नए नाम को मंजूरी दे सकती है लेकिन इस आशय का प्रस्ताव अभी तक नहीं आया है। हाल ही में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की इलाहाबाद की यात्रा के दौरान अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद ने सीएम से इलाहाबाद का नाम अगले वर्ष लगने वाले कुंभ मेला से पहले ‘प्रयाग’ करने की मांग की थी। इससे पहले अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष नरेंद्र गिरि ने भी इस आशय का प्रस्ताव दिया था। इतिहास के अनुसार मुगल सम्राट अकबर ने 1580 में ‘प्रयाग’ का नाम बदलकर इलाहाबाद कर दिया था। सम्राट ने कहा था कि यह अल्लाह ईश्वर का स्थान है, इसलिए इसे इलाहाबाद के नाम से जाना जाएगा।
नरेंद्र गिरि ने कहा कि हम उम्मीद करते हैं कि मुख्यमंत्री इलाहाबाद का नाम प्रयागराज किए जाने के लिए आदेश जारी करेंगे। साल 2001 में कुंभ मेला के बाद तत्कालीन मुख्यमंत्री राजनाथ सिंह और राज्यपाल विष्णु कांत शास्त्री इलाहाबाद का बदलकर प्रयागराज करने के पक्ष में थे, लेकिन प्रस्ताव पास नहीं हो पाया।