Edited By Anil Kapoor,Updated: 30 Nov, 2018 10:58 AM
राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग ने उत्तर प्रदेश के मुजफ्फरनगर जिले में एक 20 वर्षीय युवक की कथित फर्जी मुठभेड़ में मौत से संबंधित मीडिया रिपोर्ट का संज्ञान लेते हुए राज्य के मुख्य सचिव और पुलिस महानिदेशक को नोटिस जारी किया है।
मुजफ्फरनगर\नई दिल्ली: राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग ने उत्तर प्रदेश के मुजफ्फरनगर जिले में एक 20 वर्षीय युवक की कथित फर्जी मुठभेड़ में मौत से संबंधित मीडिया रिपोर्ट का संज्ञान लेते हुए राज्य के मुख्य सचिव और पुलिस महानिदेशक को नोटिस जारी किया है। आयोग के अनुसार मीडिया रिपोर्ट में कहा गया है कि युवक के पिता ने दावा किया है कि उनके बेटे का कोई आपराधिक रिकार्ड नहीं है और उसे बेवजह मारा गया है।
आयोग ने कहा है कि यदि मीडिया में आई रिपोर्ट सही है तो यह पीड़ित और उसके परिवार के मानवाधिकारों का उल्लंघन है। उसने वरिष्ठ अधिकारियों को नोटिस जारी कर 4 सप्ताह में मामले की रिपोर्ट देने को कहा है। आयोग ने यह भी कहा है कि पुलिस का कर्तव्य लोगों की रक्षा करना है और अपराधियों से निपटने के नाम पर भय का माहौल नहीं बनाया जाना चाहिए।
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार मुजफ्फरनगर जिले के नागला गांव में मंगलवार को सुबह यह मुठभेड़ हुई। पुलिस ने दावा किया है कि युवक 4 अन्य लोगों के साथ ट्रक में बैल लेकर जा रहा था और उन्हें ललकारने पर उसने पुलिस पर गोली चलाई। हालांकि पीड़ित के पिता और ग्रामीणों ने पुलिस के दावे को यह कहते हुए खारिज किया है कि पीड़ित को गाड़ी चलानी नहीं आती।