Edited By Tamanna Bhardwaj,Updated: 13 Jun, 2020 11:51 AM
योगी सरकार के सहयोगी अपना दल (सोनेलाल) की संरक्षक और मिर्जापुर की सांसद अनुप्रिया पटेल ने शुक्रवार को प्रतापगढ़ के पट्टी विधानसभा क्षेत्र के गोविंदपुर-परसठ गांव के पिछड़ी जाति के पीड़ितों मुलाकात की। इस दौरान सांसद के सामने प्रदेश के कैबिनेट मंत्री...
प्रतापगढ़ः योगी सरकार के सहयोगी अपना दल (सोनेलाल) की संरक्षक और मिर्जापुर की सांसद अनुप्रिया पटेल ने शुक्रवार को प्रतापगढ़ के पट्टी विधानसभा क्षेत्र के गोविंदपुर-परसठ गांव के पिछड़ी जाति के पीड़ितों से मुलाकात की। इस दौरान सांसद के सामने प्रदेश के कैबिनेट मंत्री मोती सिंह के खिलाफ मुर्दाबाद के नारे लगाए गए। वहीं इस दौरान सोशल डिस्टेंसिंग की भी जमकर धज्जियां उड़ाई गई। इस पर अनुप्रिया पटेल ने कहा कि यह काम मेरा नहीं, बल्कि सुरक्षा कर्मियों का है, कैसे इतनी संख्या में लोग जमा हो गए।
दरअसल, 22 मई को गोविंदपुर गांव में ब्राह्मण और पटेल समुदाय में जातीय संघर्ष हो गया था, जिसका जायजा लेने सांसद अनुप्रिया पटेल गांव पहुंची थीं। पटेल ने दबंगों के अत्याचार की शिकार पीड़ित महिलाओं से मुलाकात की और उनका दु:ख-दर्द सुना। उन्होने पीड़ित परिवारों के जलाए गए घरों और मवेशियों को भी देखा और उन्हें हर हाल में न्याय दिलाने का आश्वासन दिया।
मिर्जापुर की सांसद ने पत्रकारों से बातचीत में कहा कि प्रतापगढ़ जैसे संवेदनशील जिला के लिए पुलिस अधीक्षक अनुभवहीन हैं। उनके इस पद पर रहते हुए इस प्रकरण में निष्पक्ष कार्यवाही संभव ही नहीं है। इसलिये बगैर देरी उनका तबादला किया जाना चाहिये। मामले की जांच रिपोर्ट सार्वजनिक की जाये और उसके आधार पर इस प्रकरण के मुकदमे में धाराओं को लगाने की कार्यवाही हो। इस प्रकरण में प्रयागराज मंडलायुक्त की जांच रिपोर्ट सार्वजनिक की जाए।
उन्होने कहा कि योगी सरकार घटना में दोषी सभी पुलिस कर्मियों के विरूद्ध कार्यवाही करे जबकि सभी पक्षों के निर्दोषों को छोड़ा जाए। उन्होने कहा कि अभी तक इस प्रकरण में सिर्फ एक पक्षीय कार्यवाही हुई है। सभी पक्षों के दोषियों की गिरफ्तारी हो। घटना में आगजनी तथा सामान के नुकसान का पीड़ितों को मुआवजा मिले।