Edited By Anil Kapoor,Updated: 17 Jul, 2018 09:42 AM
पूर्वांचल के माफिया डॉन मुन्ना बजरंगी की 9 जुलाई को बागपत जेल में हत्या के राज उसके स्मार्ट फोन और डायरी में छिपे हैं। दहशत की दुनिया के सनसनीखेज राज उच्च अधिकारी कॉल डिटेल खंगालने के साथ डायरी पढ़ने में जुटे हैं।
बागपत: पूर्वांचल के माफिया डॉन मुन्ना बजरंगी की 9 जुलाई को बागपत जेल में हत्या के राज उसके स्मार्ट फोन और डायरी में छिपे हैं। दहशत की दुनिया के सनसनीखेज राज उच्च अधिकारी कॉल डिटेल खंगालने के साथ डायरी पढ़ने में जुटे हैं। डायरी के राज से माना जा रहा है कि यूपी से मुम्बई तक के सफेदपोश बेनकाब हो सकते हैं। इसके साथ ही पुलिस मुन्ना के शार्प शूटर तक पहुंच सकती है।
बागपत जेल में मुन्ना बजरंगी की हत्या के बाद सबसे बड़ा सवाल यह है कि बजरंगी का स्मार्ट फोन, डायरी, कागज की पर्ची तथा अन्य कई चीजें किसके पास हैं। सूत्रों पर विश्वास करें तो हत्या के तत्काल बाद स्मार्ट फोन और डायरी सुनील राठी ने कब्जा ली थी। सुनील राठी ने अपने गुर्गे से मुन्ना बजरंगी के फोन का डाटा दूसरे स्मार्ट फोन में कापी करा लिया था।
डायरी में दर्ज ब्यौरा पढ़कर उसने कई पन्ने फाड़कर जेल में कहीं छिपा दिए हैं। सूत्रों का दावा है कि पुलिस ने सुनील राठी से बजरंगी का फोन और डायरी बरामद कर ली थी। पूछताछ के बाद जेल में गहन छानबीन भी की गई। व्हाट्सएप पर भेजे और रिसीव मैसेज, चैटिंग और स्टेटस से कई पहलू स्पष्ट हो जाएंगे।