Edited By Ajay kumar,Updated: 14 Nov, 2019 11:39 AM
जहां पूरे देश में बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ का नारा दिया जा रहा है बेटियों के लिए तरह-तरह की योजनाएं रंग ला रही हैं। ऐसे में एक घटना जो पढ़ने वालों की ...
कुशीनगरः जहां पूरे देश में बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ का नारा दिया जा रहा है बेटियों के लिए तरह-तरह की योजनाएं रंग ला रही हैं। ऐसे में एक घटना जो पढ़ने वालों की रुह कंपा देगी व मां की ममता को झकझोर कर रख देगी। इंसानियत शर्मसार करने वाली घटना कुशीनगर से सामने आई है जहां बेटी को अभिशाप मानकर कुड़े के ढेर के पास कंपकंपाती ठंड में पानी में फेंक दिया। नवजात बच्ची अपनी मां से सवाल भी नहीं कर सकती की मेरी गलती क्या थी जो मुझे यह सजा मिली।
बताते चलें कि यह शर्मनाक मामला कुशीनगर के रविंद्रनगर पुलिस चौकी के नज़दीक NH28B रोड पर स्थित छोटी गंडक नहर के पास का है। जहां कंपकपाती ठंड में पानी में एक नवजात जिंदा बच्ची का मिलना मां की ममता पर केवल सवाल खड़े नहीं करता बल्कि एक मां भी कुमाता हो सकती है बताता है।मां की ममता पर उस वक्त जंग लग गया जब उसे बेटी होने का भान हुआ।
स्थानीय चौकी के प्रभारी विवेकानंद यादव के अनुसार हमें जैसे ही नवजात बच्ची के मिलने की, खबर मिली हम वहां पहुंचे बच्ची को चोटें भी आई हैं। बच्ची को जिला अस्पताल ले जाया गया। गनिमत यह रही कि बच्ची को किसी कुत्ते या जानवर ने अपना निवाला नहीं बनाया। वहीं पुलिस ने बच्ची को बरामद कर जांच शुरु कर दी हैं।
लेकिन सवाल यह है कि इस तरह से एक नवजात बच्ची को यूं फेंक देना मानवता को शर्मसार करने वाले लोगों की मानसिकता को दर्शाती है। मां की मरती ममता एक बड़े सवाल को जन्म भी देती है।