Edited By Ruby,Updated: 11 Jul, 2019 02:24 PM
वाराणसीः काशी को स्मार्ट सिटी और क्योटो बनाने का दावा बारिश के मौसम में धुलता नजर आ रहा है। पीएम मोदी के संसदीय क्षेत्र वाराणसी में दो दिनों से रही रूक-रूककर हो रही बारिश ने नगरीय व्यवस्था की पोल खोलकर रख दी है। शहर के सभी ज्यादातर इलाके दो दिनों की...
वाराणसीः प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा काशी को स्मार्ट सिटी और क्योटो बनाने का दावा बारिश के मौसम में धुलता नजर आ रहा है। मोदी के संसदीय क्षेत्र वाराणसी में दो दिनों से रूक-रूककर हो रही बारिश ने नगरीय व्यवस्था की पोल खोलकर रख दी है। शहर के सभी ज्यादातर इलाके दो दिनों की बारिश के चलते जलमग्न हो गए हैं।
इतना ही नहीं बारिश ने कई पॉश इलाकों और यहां तक की पीएम मोदी के संसदीय कार्यालय वाला इलाका रविंद्रपुरी भी ताल-तलैया बना दिया। बड़ी-बड़ी सड़के होने के बावजूद उसपर गाड़िया ऐसे दौड़ रहीं थीं, जैसे वे सड़क पर नहीं,बल्कि किसी नदी में चल रही हो। वहीं पैदल और मोटरसाइकिल से चलने वालों को भी काफी दिक्कत का सामना करना पड़ रहा है। खुद पीएम मोदी का संसदीय क्षेत्र होने के अलावा यहां एक केंद्रीय मंत्री डॉ महेंद्रनाथ पांडेय और दो राज्य मंत्री नीलकंठ तिवारी और अनिल राजभर का आवास वाराणसी में है।
इन सब के बावजूद शहर का ये हाल न केवल सरकार, बल्कि स्थानीय प्रशासन और नगर-निगम पर भी कई सवाल खड़े करता है। जिन्होंने करोड़ों रूपए ड्रेनज सिस्टम पर खर्चने का दावा किया था कि शहर में जल-जमाव की समस्या से राहत मिलेगी। शहर में जल-जमाव की समस्या के चलते पीएम मोदी के संसदीय क्षेत्र के लोगों का गुस्सा साफ झलक रहा था।