Edited By Ruby,Updated: 10 Mar, 2019 10:15 AM
वाराणसीः प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर प्राचीन धार्मिक नगरी ‘काशी’ की धार्मिक मर्यादा तार-तार करने तथा दुनियाभर में फैले करोड़ों शिव भक्तों की आस्था को गहरी ठेस पहुंचाने का आरोप लगाते हुए कांग्रेस के वरिष्ठ नेता एवं पूर्व विधायक अजय राय ने जनता से...
वाराणसीः प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर प्राचीन धार्मिक नगरी ‘काशी’ की धार्मिक मर्यादा तार-तार करने तथा दुनियाभर में फैले करोड़ों शिव भक्तों की आस्था को गहरी ठेस पहुंचाने का आरोप लगाते हुए कांग्रेस के वरिष्ठ नेता एवं पूर्व विधायक अजय राय ने जनता से उन्हें सत्ता से बाहर करने की अपील की है।
राय ने प्रधानमंत्री मोदी के शुक्रवार के भाषण के अंश‘‘ज्आज भोले बाबा की मुक्ति का पर्व है, क्योंकि वह काशी में ठीक से सांस तक नहीं ले पा रहे थे‘’को धार्मिक परंपरा के खिलाफ बताते हुए शनिवार को उनकी कड़ी आलोचना की। उन्होंने कहा कि यहां की मान्यता है कि बाबा विश्वनाथ सबके मुक्तिदाता एवं व्यापक लोक आस्था के हैं। दुनियाभर के करोड़ों शिवभक्त अपनी मुक्ति की कामना के साथ उनके दरबार में आते हैं। वे प्रार्थना करते हैं, लेकिन मोदी ने उन्हें (बाबा विश्वनाथ को) ही मुक्त करने वाला बयान देकर खुद को उनसे ऊपर दिखाने की कोशिश की है। इसी वजह से यहां के लोग आहत हैं।
मोदी से गत लोकसभा चुनाव में मुकाबला कर चुके कांग्रेस के पूर्व विधायक ने कहा कि काशी विश्वनाथ मंदिर कॉरिडोर के शिलान्यास के बाद प्रधानमंत्री ने भोले बाबा को मुक्त करने का वक्तव्य देकर ‘सत्ता का दंभ’ दिखाया है। इसी वजह से धार्मिक नगरी के लोग बेहद आहत हैं। कांग्रेस नेता ने कहा कि काशी में बाबा के प्रति ऐसे सत्ता दंभ की अभिव्यक्ति से साफ है कि वाराणसी के सांसद एवं प्रधानमंत्री मोदी को सत्ता मुक्त करना अति आवश्यक हो गया है।