Edited By Anil Kapoor,Updated: 30 Nov, 2018 12:02 PM
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी लोकसभा चुनाव से पहले अपने संसदीय क्षेत्र वाराणसी को एक बड़ा तोहफा दे सकते हैं। मुम्बई-अहमदाबाद की तरह पहले चरण में दिल्ली से वाराणसी तक हाईस्पीड ट्रेन मिलने की प्रबल संभावना है जिसे दूसरे चरण में इस बढ़ाकर कोलकोता तक किया...
सुलतानपुर: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी लोकसभा चुनाव से पहले अपने संसदीय क्षेत्र वाराणसी को एक बड़ा तोहफा दे सकते हैं। मुम्बई-अहमदाबाद की तरह पहले चरण में दिल्ली से वाराणसी तक हाईस्पीड ट्रेन मिलने की प्रबल संभावना है जिसे दूसरे चरण में इस बढ़ाकर कोलकोता तक किया जाना प्रस्तावित है। केन्द्र सरकार की इस महत्वाकांक्षी परियोजना के लिए सर्वेक्षण समेत अन्य जरूरी कार्रवाई पूरी की जा चुकी है जबकि मार्च के पहले इसकी विधिवत घोषणा हो सकती है।
रेल विभाग के अधिकृत सूत्रों ने बताया कि मुम्बई से अहमदाबाद के लिए प्रस्तावित हाईस्पीड ट्रेन जापान अपनी तकनीक पर बना रहा है जबकि दिल्ली कोलकाता के बीच हाइस्पीड ट्रेन का जिम्मा स्पेन की कंपनी को दिया गया है। दिल्ली कोलकाता के बीच की इस परियोजना को अन्य 2 देशों के तकनीकी मानकों पर परखा गया है। नई रेलवे लाइन और ट्रेन की घोषणा के लिए सभी प्रकार के सर्वेक्षण और प्रस्तावों को केन्द्र सरकार को सौंपा जा चुका है जिसका शिलान्यास भी मार्च के पहले किया जा सकता है।
सूत्रों ने बताया कि दिल्ली से कोलकाता तक प्रस्तावित इस ट्रेन के संचालन का कार्य 2 चरणों में पूरा किया जाएगा। पहले चरण के कार्य का शिलान्यास लोकसभा चुनाव की घोषणा से पहले किया जा सकता है। इसका काम 3 वर्ष में पूरा होगा। इसके बाद आगे का काम दूसरे चरण में पूरा किया जाएगा। उन्होने बताया कि हाईस्पीड ट्रेन को दिल्ली से कोलकोता तक बहुत कम ठहराव दिए गए हैं। दिल्ली से चलकर यह ट्रेन गृहमंत्री राजनाथ सिंह के निवार्चन क्षेत्र एवं उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ और फिर सुलतानपुर रूककर वाराणसी पहुंचेगी।