Edited By Ajay kumar,Updated: 10 Apr, 2020 02:46 PM
जमातियों पर कोरोना फैलाने वाले बयान को लेकर सियासत तेज हो गई है। शिया वफ्फा बोर्ड के चेयरमैन वसीम रिजवी ने अपने एक बयान में कहा था ..
आजमगढ़: जमातियों पर कोरोना फैलाने वाले बयान को लेकर सियासत तेज हो गई है। शिया वफ्फा बोर्ड के चेयरमैन वसीम रिजवी ने अपने एक बयान में कहा था कि जामतियों ने भारत में एक लाख लोगों को मारने की साज़िश रची थी। शिया धर्म गुरू सैय्यद मोहम्मद मेंहदी ने वसीम रीजवी ने तंज कसते हुए कहा कि पूरा विश्व कोरोना वायरस से जूझ रहा है, तो हमारी प्राथमिकता होनी चाहिए कि कोरोना से निपटा जाएं।
उन्होंने कहा कि सजा देना सरकार का काम है। वसीम रिजवी का नहीं है। उन्होंने आरोप लगाया कि रिजवी जैसे लोग सांप्रदायिकता फैला कर राजनीति करना चाहते है और समाज में नफरत फैलाने का काम करते है। शिया धर्मगुरू ने कहा कि राम मंदिर के फैसले के समया भी वसीम रीजवी ने समाज को बाटने का काम किया था। उन्होंने कहा कि जमातियों के बारें में गलत बयान देने का प्रयास कर रहे है।
उन्होंने आरोप लगाया कि वसीम जो आरोप जमातियों पर लगा रहे हैं उन्हें सुबूत देना चाहिए। साथ ही उन्होंने ने कहा कि मौलाना शाद लोगों के सामने आएं और सवालों के जवाब दें। उन्होंने कहा कि इस समय कोरोना महामारी से निपटने को उपाय खोज जाएं । बाद में जो भी दोषी हो उसके खिलाफ कार्रवाई हों।