Edited By Umakant yadav,Updated: 01 May, 2020 02:34 PM
कोरोना वायरस के बढ़ते संक्रमण को फैलने से रोकरने के लिए देशव्यापी लॉकडाउन जारी है। ऐसें में समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव के विधानसभा सत्र बुलाए जाने के सवाल पर यूपी के संसदीय कार्य मंत्री सुरेश खन्ना...
लखनऊ: कोरोना वायरस के बढ़ते संक्रमण को फैलने से रोकरने के लिए देशव्यापी लॉकडाउन जारी है। ऐसें में समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव के विधानसभा सत्र बुलाए जाने के सवाल पर यूपी के संसदीय कार्य मंत्री सुरेश खन्ना ने प्रतिक्रिया दी है। खन्ना ने कहा कि मौजूदा समय में सोशल डिस्टेंसिंग ही कोरोना संक्रमण से बचाव का सही तरीका है। अगर विधानसभा सत्र बुलाया जाता है तो इसका मतलब होगा लोगों का जमावड़ा। ऐसा करने से सोशल डिस्टेंसिंग के नियमों का उल्लंघन होगा। साथ ही हम सोशल डिस्टेंसिंग को बरकरार नहीं रख पाएंगे।
बता दें कि संसदीय कार्य मंत्री ने कहा कि हम नेताओं के लगातार संपर्क में हैं, मेरा मानना है कि सरकार ने सभी स्तरों पर सतर्कता और ईमानदारी दिखाई है। आवश्यकता पड़ने पर निर्णय लिए गए। जरूरतमंदों की मदद की जा रही है। गेहूं की फसल की कटाई की जा रही है। कोरोना का मुकाबला करने के लिए सरकार सभी प्रयास कर रही है।
अखिलेश ने सरकार से की थी विधानसभा का विशेष सत्र बुलाने की मांग
गौरतलब हो कि समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने गुरुवार को कोरोना वायरस के कारण उत्पन्न सामाजिक व आर्थिक स्थितियों पर विचार करने के लिए योगी सरकार से विधानसभा का विशेष सत्र बुलाने की मांग की थी। उन्होंने कहा था कि कोरोना के खिलाफ लड़ाई लंबी चलने वाली है। इस लड़ाई को सिर्फ अधिकारियों के भरोसे नहीं जीता जा सकता है। कानून-व्यवस्था की स्थिति चिंताजनक हो गई है इसलिए विशेष सत्र बुलाए जाने की आवश्यकता है। अखिलेश यादव ने कहा कि विपक्ष इस संकट के समाधान के लिए ऐसे सुझाव दे सकता है, जिससे प्रभावी नियंत्रण में आसानी होगी।
अस्पतालों में अन्य बीमारियों का नहीं हो पा रहा इलाज
उन्होंने गुरुवार को कहा कि लॉकडाउन लागू हुए एक माह से ज्यादा समय बीत चुका है। जनता घरों में है। लोगों की परेशानी बढ़ी है। कुछ जिलों को छोड़कर कोरोना का प्रकोप कहीं भी रुक नहीं रहा है। अस्पतालों में अन्य बीमारियों का इलाज नहीं हो पा रहा है। जांच किट भी पर्याप्त मात्रा में उपलब्ध नहीं हैं, जिससे मरीजों की सही-सही संख्या का पता नहीं चल पा रहा है।