Edited By Ramkesh,Updated: 28 Apr, 2020 03:13 PM
कोरोना महामारी का संकट तो जनता वेसे ही झेल रही है। इसी बीच प्रकृति भी जनता पर कहर बरपा रही है।
लखनऊ: कोरोना महामारी का संकट तो जनता वेसे ही झेल रही है। इसी बीच प्रकृति भी जनता पर कहर बरपा रही है। मौसम विभाग के निदेशक जेपी गुप्त ने बताया कि मंगलवार को भी उत्तर प्रदेश के कुछ स्थानों पर 30 से 40 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से धूल भरी आंधी चलने और गरज-चमक के साथ बारिश होने की संभावना है।
उन्होंने बताया कि अगले तीन दिन प्रदेश में आंधी-पानी का यह क्रम रुक-रुक कर जारी रह सकता है। उन्होंने कहा कि सोमवार की दोपहर प्रदेश के विभिन्न हिस्सों में आंधी आई और बारिश हुई। इस दौरान पश्चिमी यूपी के अधिकांश हिस्सों में और पूर्वी अंचलों में कई स्थानों पर गरज-चमक के साथ बारिश हुई। राज्य के कुछ अंचलों में ओलावृष्टि भी हुई है।
ग़ौरतलब है कि रविवार की शाम से सोमवार की सुबह तक प्रदेश में सबसे अधिक 6-6 सेंटीमीटर बारिश बहेड़ी में हुई। इसके अलावा बिजनौर और अतर्रा में 5-5, हण्डिया, ग्यानपुर, पुवायां में 4-4, मऊ, उन्नाव, मोहम्मदी, मुज़फ़्फरनगर, मवाना, सँभल, नगीना, मुरादाबाद, आंवला, सफीपुर, वाराणसी, कानपुर और बर्रा में 3-3 सेमी बारिश दर्ज की गई।
वहीं इस आंधी-पानी की वजह से अप्रैल के आखिरी हफ्ते में जहां एक ओर किसानों को फसल कटाई चरम पर होने की वजह से खासा नुकसान हुआ वहीं गर्मी से जनजीवन को थोड़ी राहत भी मिली। जिन किसानों की फसल कटने के बाद खलिहान में पड़ी रही उन्हें ज्यादा नुकसान हुआ है।