Edited By Tamanna Bhardwaj,Updated: 09 Feb, 2019 01:53 PM
बसपा सुप्रीमो मायावती के शासनकाल के दौरान बनी उनकी और हाथियों की मूर्तियों मामले में सुप्रीम कोर्ट ने टिप्पणी की थी। जिसके बाद खबर मीडिया पर पूरी तरह फैल गई। इस पर मायावती ने मीडिया रिपोर्ट्स पर ट्वीट करते हुए लिखा है कि मीडिया कृपया करके माननीय...
लखनऊः बसपा सुप्रीमो मायावती के शासनकाल में बनी हाथियों की मूर्तियों के मामले में सुप्रीम कोर्ट ने टिप्पणी करते हुए कहा कि हमारा यही मत है कि मायावती को सरकारी खजाने का पैसा वापस करना चाहिए। सुप्रीम कोर्ट के इस बयान के बाद ये खबर मीडिया पर जोर शोर से प्रसारित हुईं। जिसपर मायावती ने अपनी प्रतिक्रिया व्यक्त की है।
मायावती ने मीडिया रिपोर्ट्स पर ट्वीट करते हुए लिखा है कि मीडिया कृप्या करके माननीय सुप्रीम कोर्ट की टिप्पणी को तोड़-मरोड़ कर पेश ना करे। माननीय न्यायालय में अपना पक्ष ज़रूर पूरी मजबूती के साथ आगे भी रखा जायेगा। हमें पूरा भरोसा है कि इस मामले में भी मा. न्यायालय से पूरा इंसाफ मिलेगा। मीडिया व बीजेपी के लोग कटी पतंग ना बनें तो बेहतर है।
लोगों ने कोर्ट के टिप्पणी पर व्यक्त की नाराजगी
सुप्रीम कोर्ट की इस टिप्पणी पर सोशल मीडिया पर लोगों ने अपनी नाराजगी व्यक्त की है। लोगों का कहना है कि अगर मायावती को मूर्ति के पैसे वापस करना चाहिए तो कोर्ट ने देशभर में लगी अन्य मूर्तियों के पैसे लौटाने के लिए वहां की सरकारों को ऐसा क्यों नहीं कहा।
-आम आदमी पार्टी के नेता आशुतोष ने लिखा है कि- अगर मायावती को मूर्तियों पर ख़र्च पैसा लौटाना होगा तो पटेल की मूर्ति पर भी ख़र्च हुया 3000 करोड़ मोदी सरकार को लौटाना पड़ेगा ।वो भी जनता के पैसे से बना है।
-दिलीप कुमार नाम के यूजर्स का कहना है कि-बहन जी अगर आपसे कहा जा रहा है कि आप पैसे वापस करें स्टैच्यू ऑफ यूनिटी और कुंभ में जो योगी सरकार ने पैसा खर्च किया वह भी वापस हो।
-ब्रजराज सिंह लिखते हैं कि-क्या मीडिया बन्धु सरकार से स्मारकों से हुई अभी तक प्राप्त आय बसपा पार्टी को दिलाने की मांग रखेंगे।