Edited By Deepika Rajput,Updated: 20 Jun, 2019 04:09 PM
देश की कानून-व्यवस्था को लेकर बसपा सुप्रीमो मायावती लगातार बीजेपी पर हमलावर हो रही हैं। इसी कड़ी में एक बार फिर मायावती ने ट्वीट कर राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद के संसद के संयुक्त सत्र को संबोधन के बहाने बीजेपी पर हमला बोला है।
लखनऊः देश की कानून-व्यवस्था को लेकर बसपा सुप्रीमो मायावती लगातार बीजेपी पर हमलावर हो रही हैं। इसी कड़ी में एक बार फिर मायावती ने ट्वीट कर राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद के संसद के संयुक्त सत्र को संबोधन के बहाने बीजेपी पर हमला बोला है। उन्होंने लिखा कि राष्ट्रपति का आज संसद के संयुक्त सत्र को संबोधन क्या देश की त्रस्त जनता को आश्वस्त कर पाएगा कि नई सरकार की कथनी-करनी में पहले की तरह जमीन-आसमान का अंतर नहीं होगा व जनहित के खास मुद्दों पर सरकार वादाखिलाफी नहीं करेगी? देश भर में फैली समस्याएं यह सवाल करने को मजबूर करती हैं।
मायावती ने कहा कि यूपी सरकार लोगों के जान-माल व उनके इज्जत-आबरू की सुरक्षा में विफल रही है और साथ ही हर प्रकार की अराजकता को भी बढ़ावा दे रही है, लेकिन लोगों का ध्यान बांटने के लिए नया कानून आदि बनाकर अब निजी विश्वविद्यालयों पर शिकंजा कसने का प्रयास जारी है जो पुलिस राज को ही यहां और बढ़ावा देगा। गुजरात में जातिवादी अत्याचार व हत्या लगातार जारी है जिस कारण सुरक्षा की मांग के बावजूद द्वेष के कारण बोताड़ जिले में कल दलित उपसरपंच मनजी सोलंकी की निर्मम हत्या कर दी गई। खासकर बीजेपी शासित राज्यों में इस प्रकार के जघन्य अपराधों का लगातार जारी रहना अति-दुःखद, निंदनीय व शर्मनाक।
महाराष्ट्र की करोड़ों ग्रामीण जनता भूख, प्यास व सूखा आदि से तड़प रही है, लेकिन वहां की बीजेपी सरकार अपनी लापरवाही व विफलताओं के कारण 4.72 लाख करोड़ के कर्ज में डूबी हुई है और जनसमस्याओं से निपटने में काफी लाचार नजर आ रही है। अब जनता को सोचना है कि ऐसी सरकारें उनके किस काम की है?