Edited By Ruby,Updated: 18 Mar, 2019 12:21 PM
लखनऊः राजनीतिक दृष्टि से अत्यंत महत्वपूर्ण उत्तर प्रदेश में कांग्रेस ने रविवार को ऐलान किया कि आगामी लोकसभा चुनाव में वह सपा-बसपा-रालोद गठबंधन के लिए सात सीटों पर अपने उम्मीदवार नहीं उतारेगी। इस पर बसपा प्रमुख मायावती ने अपनी प्रतिक्रिया दी...
लखनऊः राजनीतिक दृष्टि से अत्यंत महत्वपूर्ण उत्तर प्रदेश में कांग्रेस ने रविवार को ऐलान किया कि आगामी लोकसभा चुनाव में वह सपा-बसपा-रालोद गठबंधन के लिए सात सीटों पर अपने उम्मीदवार नहीं उतारेगी। इस पर बसपा प्रमुख मायावती ने अपनी प्रतिक्रिया दी है।
उन्होंने ट्वीट कर जानकारी देते हुए कहा कि “कांग्रेस यूपी में भी पूरी तरह से स्वतंत्र है कि वह यहां की सभी 80 सीटों पर अपने उम्मीदवार खड़ा करके अकेले चुनाव लड़े। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि हमारा यहां बना गठबंधन अकेले बीजेपी को पराजित करने में पूरी तरह से सक्षम है। कांग्रेस जबर्दस्ती यूपी में गठबंधन हेतु 7 सीटें छोड़ने की भ्रान्ति ना फैलाये”। बीएसपी एक बार फिर साफ तौर पर स्पष्ट कर देना चाहती है कि उत्तर प्रदेश सहित पूरे देश में कांग्रेस पार्टी से हमारा कोई भी किसी भी प्रकार का तालमेल व गठबंधन आदि बिल्कुल भी नहीं है। हमारे लोग कांग्रेस पार्टी द्वारा आयेदिन फैलाये जा रहे किस्म-किस्म के भ्रम में कतई ना आयें”।
बता दें कि उत्तर प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष राज बब्बर ने संवाददाताओं को बताया कि सपा-बसपा-रालोद के लिए सात सीटें हम छोड़ रहे हैं। इनमें मैनपुरी, कन्नौज और फिरोजाबाद शामिल हैं। इसके अलावा पार्टी उन सीटों पर किसी प्रत्याशी को नहीं उतारेगी, जिन पर बसपा सुप्रीमो मायावती, रालोद प्रमुख अजित सिंह और उनके बेटे जयंत के चुनाव लड़ने की उम्मीद है । उन्होंने कहा कि गठबंधन ने रायबरेली और अमेठी सीटें कांग्रेस के लिए छोड़ी हैं। उसी क्रम में हम गठबंधन के लिए सात सीटें छोड़ रहे हैं ।