Edited By Anil Kapoor,Updated: 06 Apr, 2019 12:10 PM
कभी समाजवादी पार्टी में रहकर पूर्व मुख्यमंत्री मायावती की प्रतिमा तोड़ने के मामले को लेकर राजद्रोह के आरोप में जेल काटने वाले अमित जानी अब सपा मुखिया अखिलेश यादव के खिलाफ आजमगढ़ लोकसभा सीट से चुनाव लड़ेंगे।
लखनऊ: कभी समाजवादी पार्टी में रहकर पूर्व मुख्यमंत्री मायावती की प्रतिमा तोड़ने के मामले को लेकर राजद्रोह के आरोप में जेल काटने वाले अमित जानी अब सपा मुखिया अखिलेश यादव के खिलाफ आजमगढ़ लोकसभा सीट से चुनाव लड़ेंगे। पूर्व सपा नेता अमित जानी ने वर्ष 2011 में सपा के समर्थन के लिए बनाई उत्तर प्रदेश नवनिर्माण सेना को राजनीतिक दल के रूप में पंजीकृत करके अखिलेश यादव के खिलाफ ही चुनाव लड़ने का ऐलान किया है।
पत्रकारों से बातचीत करते हुए अमित जानी ने कहा कि वह शिवपाल यादव के संघर्ष और डॉ. राममनोहर लोहिया के विचार के प्रभाव में सपा में आए थे। 2012 से 2017 तक बसपा राज में मूर्ति और पार्कों के घोटालों के विरुद्ध सड़क से सुप्रीम कोर्ट तक वे लड़े जिसमें उनके विरुद्ध बसपा सरकार में दर्जनों फर्जी मुकद्दमे, जिला बदर, गैंगस्टर तक की कार्रवाई हुई। मायावती की लूट के खिलाफ सपा में आने के बाद महसूस हुआ कि सपा में भी लूट और भ्रष्टाचार बसपा से अधिक है।
अमित जानी ने आरोप लगाया कि मायावती की मूर्ति खुद अखिलेश ने कह कर तुड़वाई थी, कहा यह गंदगी है इसे साफ कर दो। बाद में मुझे देशद्रोह, राजद्रोह में जेल भेजा और खुद टेलीफोन करके मायावती से माफी मांग ली। शिवपाल और राजा भैया ने जेल में मेरी मदद की इसीलिए मैं दोनों लोगों से जुड़ा रहा जबकि सपा से मैंने आहिस्ता-आहिस्ता किनारा कर लिया।