Edited By Punjab Kesari,Updated: 13 Feb, 2018 01:51 PM
बसपा सुप्रीमो ने आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत के बयान पर प्रतिक्रिया देते हुए विवादित बयान दिया है। दरअसल, बिहार के मुजफ्फरपुर में आयोजित आरएसएस के 5 दिवसीय...
लखनऊः बसपा सुप्रीमो ने आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत के बयान पर प्रतिक्रिया देते हुए विवादित बयान दिया है। दरअसल, बिहार के मुजफ्फरपुर में आयोजित आरएसएस के 5 दिवसीय कार्यक्रम में मोहन भागवत ने कहा कि संघ के लोग सेना की तरह ही अनुशासित होते हैं। उन्होंने कहा कि सेना के लोग युद्ध की स्थिति में तैयार होने में 6 से 7 महीने का समय लगा सकते हैं, लेकिन हमारे लोग यानी संघ के कार्यकर्ता 2 से 3 दिन में ही तैयार हो जाएंगे। इस पर भड़की मायावती ने आरएसएस स्वयंसेवकों को मिलिटेंट कह दिया।
इस दौरान मायावती ने भागवत पर जमकर निशाना साधा। मायावती ने आरएसएस स्वयंसेवकों की तुलना आंतकियों से करते हुए कहा कि अपने मिलिटेंट स्वयंसेवकों की सुरक्षा में रहें भागवत क्यों कमांडो की सुरक्षा में रहते हैं। साथ ही उन्होंने कहा कि भागवत को भरोसा नहीं तो अपनी सुरक्षा छोड़ दें। भागवत ने सेना का अपमान किया है। मायावती ने कहा कि देश से और सेना से अपने बयान के लिए मोहन भागवत माफी मांगे।
उल्लेखनीय है कि भागवत ने कहा था कि अगर संविधान और कानून इजाजत दे तो युद्ध की स्थिति में हमारे स्वयंसेवक सेना से भी पहले तैयार होकर मौके पर पहुंचने में सक्षम होंगे। भागवत ने कहा कि अनुशासन ही संघ की पहचान है। मोहन भागवत ने कहा कि उनका संगठन पारिवारिक है, लेकिन उसमें अनुशासन बहुत है।