Edited By Ajay kumar,Updated: 07 Nov, 2019 09:29 AM
रामपुर की जिला अदालत में आज आज़म खान से संबंधित कई मामलों में सुनवाई की गयी। जिसके बाद सरकारी वकील रामौतार सैनी (एडीजीसी) ने बताया की आज जिला अदालत में आजम खान ने अपनी गैर हाजिऱी का प्रार्थना पत्र अपने वकील के माध्यम से अदालत के समक्ष रखवाया।
रामपुर: रामपुर की जिला अदालत में आज आज़म खान से संबंधित कई मामलों में सुनवाई की गयी। जिसके बाद सरकारी वकील रामौतार सैनी (एडीजीसी) ने बताया की आज जिला अदालत में आजम खान ने अपनी गैर हाजिऱी का प्रार्थना पत्र अपने वकील के माध्यम से अदालत के समक्ष रखवाया। जिसमें अदालत ने अब सख्त रवैया अपनाते हुए आजम खान को अगली तारीख पर हाजिऱ होने का आदेश दिया है।
एडीजे 6 के सरकारी वकील ने बताया कि सन् 2007 में टांडा में हुई एक जनसभा में आजम खान ने यह कहा था कि मायावती ने मैला ढोने वालों को दरोगा, एसपी, कलेक्टर बनाकर कुर्सियों पर बैठा रखा है इससे पूरे हिंदुस्तान में दलित वर्ग अपमानित हुआ है। इस संबंध में वादी द्वारा एक प्रार्थना पत्र दिया गया था जिस पर रिपोर्ट दर्ज की गई थी। रिपोर्ट दर्ज होने के बाद कुछ फाइलें इलाहाबाद गईं थी। इलाहाबाद में आजम खान ने अपनी जमानत भी करवा ली है। अब वह फाइलें लौटकर एडीजे छह में आ गई हैं। जिसके तहत आज तारीख थी जिसने आजम खान साहब ने अपने वकील के माध्यम से हाजिर माफी का प्रार्थना पत्र दिया था। कोर्ट ने उनको यह आदेश दिया है कि अगली 20 तारीख को वह व्यक्तिगत रूप से न्यायालय में उपस्थित हों। इसके अलावा 2-3 और मुकदमे जो विचाराधीन थे उसमें 21/11 को उन्हें व्यक्तिगत रूप से हाजिर होने को माननीय न्यायालय ने आदेशित किया है।
इस मामले में जज ने कहा कि आजम खान साहब ने आज अपने वकील के माध्यम से हाजिर माफी का प्रार्थना पत्र दिया था उस प्रार्थना पत्र पर न्यायालय ने कहा है कि अगली 20 तारीख को वह व्यक्तिगत रूप से उपस्थित हों।