Edited By Ruby,Updated: 14 Jan, 2019 02:06 PM
लोकसभा चुनाव से पहले यूपी में सपा-बसपा गठबंधन ने राजनीतिक दलों की गहमागमी बढ़ा दी है। आगामी चुनाव में सत्ताधारी बीजेपी को चुनौती देने के लिए विपक्ष समान विचारधारा वाले दलों के साथ चुनावी गांठ बांधने की जुगत लड़ा रहा है। विभिन्न दलों के नेता आपस में...
लखनऊः लोकसभा चुनाव से पहले यूपी में सपा-बसपा गठबंधन ने राजनीतिक दलों की गहमागमी बढ़ा दी है। आगामी चुनाव में सत्ताधारी बीजेपी को चुनौती देने के लिए विपक्ष समान विचारधारा वाले दलों के साथ चुनावी गांठ बांधने की जुगत लड़ा रहा है। विभिन्न दलों के नेता आपस में मिल रहे हैं और सहमति बनाने की कोशिश कर रहे हैं। इसी बीच राजद नेता तेजस्वी यादव ने बसपा सुप्रीमो मायावती से मुलाकात की। करीब डेढ़ घंटे की मुलाकात के बाद मायावती मीडिया से रूबरू हुई।
मायावती ने कहा कि देश में लोकतंत्र की नींव मजबूत होनी चाहिए। संकीर्ण, सांप्रदायिक और जातिवादी ताकतों का कमजोर होना और सत्ता से दूर रहना आवश्यक है। उन्होंने कहा कि राजद अध्यक्ष लालू प्रसाद यादव और उनके परिवार के साथ द्वेषपूर्ण ज्यादती की जा रही है। वहीं तेजस्वी का मनोबल बढ़ा है और वह भी उनके साथ हैं। बिहार में राजद और बसपा गठबंधन के सवाल पर मायावती ने कहा कि सभी चीजें आज ही बता देंगे क्या? समय आने पर सभी चीजों का खुलासा हो जाएगा।
मायावती और तेजस्वी की मुलाकात के बाद कयास लगाए जा रहे हैं कि राजद यूपी में और मायावती बिहार में कुछ सीटों पर समझौता कर अपना अपना खाता खोलना चाहते हैं। हालांकि बसपा सुप्रीमो मायावती ने राजद के साथ गठबंधन के संकेत भी दिए हैं।