Edited By Ajay kumar,Updated: 29 Aug, 2019 12:31 PM
रामपुर प्राथमिक विद्यालय में ‘मिड डे मील’ के दौरान दलित बच्चों से छुआछूत की घटना पर बसपा सुप्रीमो मायावती ने तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त की है। मायावती ने घटना की निंदा करते हुए कहा, ‘यूपी के बलिया जिले के सरकारी स्कूल में दलित छात्रों को अलग बैठाकर...
बलिया: रामपुर प्राथमिक विद्यालय में ‘मिड डे मील’ के दौरान दलित बच्चों से छुआछूत की घटना पर बसपा सुप्रीमो मायावती ने तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त की है। मायावती ने घटना की निंदा करते हुए कहा, ‘यूपी के बलिया जिले के सरकारी स्कूल में दलित छात्रों को अलग बैठाकर भोजन कराने की खबर अति-दु:खद व अति-निन्दनीय। बीएसपी की माँग है कि ऐसे घिनौने जातिवादी भेदभाव के दोषियों के खिलाफ राज्य सरकार तुरन्त सख्त कानूनी कार्रवाई करे ताकि दूसरों को इससे सबक मिले व इसकी पुनरावृति न हो।’
क्या है मामला?
मामला बलिया के रामपुर प्राथमिक विद्यालय का है। यहां तथाकथित उच्च जाति के कुछ बच्चे दलित बच्चों के दूर होकर खाना खाते हैं। इतना ही नहीं ये बच्चे खुद अपने घर से अपनी प्लेट लेकर आते हैं। जब एक छात्र से पूछा गया कि आप अलग खाना क्यों खाते हो तो उसने बताया कि ‘कोई भी स्कूलों में उपलब्ध प्लेटों में खाना खा सकता है, इसलिए हम घर से अलग प्लेटें लाते हैं।’
निचली जाति के छात्रों से दूर रहने की कोशिश करते हैं बच्चे: प्रधानाध्यापक
जब प्रधानाध्यापक पी गुप्ता से इस बारे में सवाल किया गया तो उन्होंने बताया कि ‘हम छात्रों को एक साथ बैठने और खाने के लिए कहते हैं लेकिन जैसे ही हम जाते हैं, वे अलग-अलग तरीके से जाते हैं। हो सकता है कि उन्होंने इसे घर से सीखा हो। हमने यह सिखाने की बहुत कोशिश की है कि वे समान हैं लेकिन उच्च जाति के छात्र निचली जाति के छात्रों से दूर रहने की कोशिश करते हैं।’
गौरतलब है कि कुछ दिन पहले ही मिर्जापुर में ‘मिड डे मील’ में बच्चों को नमक-रोटी खिलाए जाने का शर्मनाक मामला सामने आया था। इस मामले को लेकर प्रदेश की योगी सरकार की काफी फजीहत हुई थी। अब दलित बच्चों से छुआछूत का ये मामला उत्तर प्रदेश बेसिक शिक्षा निदेशालय पर सवाल खड़ा कर रहा है।