Edited By ,Updated: 09 Dec, 2016 08:07 AM
फुटवियर कारोबार के लिए फतेहपुर सीकरी रोड पर बसपा सुप्रीमो मायावती का ड्रीम प्रोजैक्ट लैदर पार्क का 100 करोड़ का प्रोजैक्ट एन.जी.टी. के आदेश के बाद से ठप्प पड़ा हुआ है।
आगरा: फुटवियर कारोबार के लिए फतेहपुर सीकरी रोड पर बसपा सुप्रीमो मायावती का ड्रीम प्रोजैक्ट लैदर पार्क का 100 करोड़ का प्रोजैक्ट एन.जी.टी. के आदेश के बाद से ठप्प पड़ा हुआ है। 2010 में शुरू हुए इस प्रोजैक्ट को ग्रमीणों की शिकायत पर एन.जी.टी. ने इसका काम ठप्प करा दिया। 2010 में शुरू हुआ यह प्रोजैक्ट जहां अब बिजली के खम्भे, टूटी-फूटी सड़क और एक जर्जर दरवाजे के रूप में यहां अपनी दुर्दशा की कहानी बयां कर रहा है, वहीं किसानों ने अब यहां पर आलू की खेती शुरू कर दी है।
लैदर पार्क का निर्माण रुक जाने से किसान कर रहे खेती
लैदर पार्क का काम रुक जाने के कारण यहां के बेरोजगार तथा जूता कारीगरों का सपना भी टूट गया है। यहां से करीब 200 मजदूर रोजाना आगरा जूता की फैक्टरी में काम करने जा रहे हैं। यहां के जूता कारीगरों ने यह सपना देखा था कि अगर लैदर पार्क का निर्माण होगा तो उन्हें काम करने के लिए आगरा नहीं जाना होगा। लैदर पार्क का निर्माण रुक जाने से किसान अब उसमें खेती कर रहे हैं। जिन किसानों ने अपनी जमीन लैदर पार्क बनाने के लिए सरकार से मुआवजा लेकर दी थी, उन्हीं किसानों ने निर्माण रुक जाने के कारण अपनी-अपनी जमीन पर कब्जा कर लिया है।
लैदर पार्क के लिए किसानों से 200 एकड़ से अधिक जमीन अधिगृहीत की थी
गौरतलब है कि फतेहपुर सीकरी मार्ग पर किरावली के पास यू.पी.एस.आई.डी.सी. ने महुअर, सकतपुर और पाली गांव की 200 एकड़ से अधिक जमीन लैदर पार्क के लिए किसानों से अधिगृहीत की थी। इस जमीन को जूता कारोबारियों को 2,750 रुपए प्रतिवर्ग मीटर के हिसाब से बेचा भी गया। इस पार्क के बनने से जूता उद्यमियों के सपनों को पंख लग चुके थे। जूता उद्यमियों को उम्मीद थी कि लैदर पार्क बनने के बाद आगरा का जूता और भी चमक बिखेरेगा लेकिन 2010 में शुरू हुआ यह प्रोजैक्ट मई 2013 में बंद हो गया। इसका काम रुकवाने के लिए कुछ किसान आगे आए। एन.जी.टी. में पी.आई.एल. दायर की जिसके बाद एन.जी.टी. के आदेश पर काम बंद हो गया।
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