Edited By Tamanna Bhardwaj,Updated: 31 Mar, 2020 02:13 PM
मौलाना खालिद रशीद फरंगी महली ने दिल्ली के निजामुद्दीन मरकज मामले पर बयान दिया है। उन्होंने कहा कि जो हुआ है वो अफसोसनाक है। उसकी जांच होनी चाहिए। साथ ही जो लोग इसमे शामिल थे, वे खुद बाहर निकलकर आएं और प्रशासन से अपनी कोरोना की जांच करवाए...
लखनऊः मौलाना खालिद रशीद फरंगी महली ने दिल्ली के निजामुद्दीन मरकज मामले पर बयान दिया है। उन्होंने कहा कि जो हुआ है वो अफसोसनाक है। उसकी जांच होनी चाहिए। साथ ही जो लोग इसमे शामिल थे, वे खुद बाहर निकलकर आएं और प्रशासन से अपनी कोरोना की जांच करवाए।
फरंगी महली ने कहा कि ये संस्था एक धार्मिक संस्था है, जो लोगों को रोजा, हज, नमाज, जकात के बारे में बताती है। साथ ही लोगो को कैसा व्यवहार रखना चाहिये? एक-दूसरे से, वो भी करती है। उन्होंने कहा कि मरकज निजामुद्दीन में दुनिया भर से लोग आते हैं और शरीक होते हैं, जो लोग इसमें शामिल थे, वे खुद निकलें और प्रशासन से अपनी जांच करवाएं। साथ ही इस बात का ध्यान रखें कि आपसे किसी को भी ये बीमारी न फैले। क्योंकि इस्लाम में इंसान को बहुत ज्यादा अहमियत दी गई है।
उल्लेखनीय है कि निजामुद्दीन का यह मरकज इस्लामी शिक्षा का दुनिया में सबसे बड़ा केंद्र है। यहां कई देशों के लोग आते रहते हैं। यहां तब्लीगी जमात के मरकज में 1 से 15 मार्च तक 5 हजार से ज्यादा लोग आए थे। इनमें इंडोनेशिया, मलेशिया और थाईलैंड के लोग भी शामिल थे। 22 मार्च को लॉकडाउन की घोषणा के बाद भी यहां 2 हजार लोग ठहरे हुए थे। इनमें से 300 से ज्यादा लोगों के कोरोना संक्रमित होने की आशंका है। इन्हें सर्दी, खांसी और जुकाम की शिकायत है।