Edited By Ajay kumar,Updated: 10 Jul, 2020 07:14 PM
कानपुर मुठभेड़ में शहीद हुए 8 पुलिसकर्मियों में रायबरेली के बनपुरवा निवासी महेश यादव का परिवार अभी भी सदमे में है। परिवार में सभी की निगाहें अपराधी विकास दुबे पर टिकी थी कि कब उसकी गिरफ्तारी होगी और उसे सजा मिलेगी।
रायबरेली: कानपुर मुठभेड़ में शहीद हुए 8 पुलिसकर्मियों में रायबरेली के बनपुरवा निवासी महेश यादव का परिवार अभी भी सदमे में है। परिवार में सभी की निगाहें अपराधी विकास दुबे पर टिकी थी कि कब उसकी गिरफ्तारी होगी और उसे सजा मिलेगी।
आखिरकार वो घड़ी आ ही गई। वीरवार को विकास दुबे मध्य प्रदेश के उज्जैन जिले से गिरफ्तार कर लिया गया। जिसे यूपी एसटीएफ ने अपने वाहन से लेकर कानपुर के लिए रवाना हुई। कानपुर पहुंचने पर बीच रास्ते में एसटीएफ की गाड़ी पलट गई जिसमें मौजुद पुलिसकर्मी मामूली तौर पर भागने लगे। बताया जा रहा है कि इस दौरान विकास दुबे पिस्टल छीनकर फरार हो गया जिसे पुलिसकर्मियों ने मुठभेड़ में मार गिराया।
विकास दुबे की मौत पर शहीद सिपाही महेश यादव के गांव में चहल पहल बढ़ गई है। लोग परिजनों से बात करने पहुंचे। इस दौरान शहीद के परिवारवालों ने कहा कि योगी सरकार ने दिए अपने वचन को पूरा किया जो बधाई के पात्र है। अब सरकार से यही मांग है कि इस कांड में अधिकारियों व नेताओं को भी सजा मिलनी चाहिए।