Edited By Ruby,Updated: 19 Jul, 2019 01:03 PM
आगराः हाथ से पेंटिंग बनाते हुए तो आप लोगों ने काफी बार देखा होगा, लेकिन असम से आए कलाकार ने नाक से पेंटिंग बनाई है। इस कलाकार का नाम सिरुमोनी डोले है। इस कलाकार ने ताजमहल के साए में पेंटिंग बनाई है। जिसे देखने वालों का हजूम उमड़ पड़ा। वहीं कुछ...
आगराः हाथ से पेंटिंग बनाते हुए तो आप लोगों ने काफी बार देखा होगा, लेकिन असम से आए कलाकार ने नाक से पेंटिंग बनाई है। इस कलाकार का नाम सिरुमोनी डोले है। इस कलाकार ने ताजमहल के साए में पेंटिंग बनाई है। जिसे देखने वालों का हजूम उमड़ पड़ा। वहीं कुछ सैलानी सिरुमोनी को नाक से पेंटिंग बनाते देख हैरत में पड़ गए।
दरअसल, असम में तेजी से विलुप्त हो रहे गैंडों की प्रजाति को बचाने के लिए एनजीओ के सदस्य इस तरीके से लोगों को जागरूक कर रहे हैं। गुवाहाटी से मिशन सेव राइनो के लिए देशभर में भ्रमण पर निकले एनजीओ पी-5 के सदस्य सिरुमोनी और पपोटि टेरा ने ताजमहल के पूर्वी गेट पर नाक से पेंटिंग बनाई।
इस पेंटिंग के जरिए कलाकार ने दुनिया को गेंडा बचाने का संदेश दिया। ताजमहल पर जिस समय सिरुमोनी नाक से पेंटिंग बना रहे। उस समय पर्यटक तालियां बजाकर उनकी हौसला अफजाई कर रहे थे। सिरुमोनी ने एएसआई संरक्षण सहायक अंकित नामदेव को यह पेंटिंग भेंट की। जिससे ताज आने वाले सैलानियों तक सेव राइनो का संदेश पहुंच सके।