Edited By Ajay kumar,Updated: 27 Dec, 2019 02:16 PM
सपा पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने कहा है कि भाजपा सरकार की बदला लो और ठोको नीति के चलते ही प्रदेश में कानून व्यवस्था चौपट है। सत्ता में बैठे लोगों की भाषा के कारण ही सीएए के खिलाफ विरोध प्रदर्शन में लोगों...
लखनऊ: सपा पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने कहा है कि भाजपा सरकार की बदला लो और ठोको नीति के चलते ही प्रदेश में कानून व्यवस्था चौपट है। सत्ता में बैठे लोगों की भाषा के कारण ही सीएए के खिलाफ विरोध प्रदर्शन में लोगों की जानें गई हैं। उन्होंने कहा कि सरकार हिंदू-मुस्लिम एकता से डरी हुई है।
जानकारी मुताबिक सपा अध्यक्ष बृहस्पतिवार को पार्टी मुख्यालय में निषाद तथा सपा संघ के कार्यकर्ताओं को संबोधित कर रहे थे। इस दौरान उन्होंने कहा कि सीएएए, एनआरसी और एनपीआर संविधान के विरुद्ध है। वहीं इसके खिलाफ प्रदर्शन में जिनकी मौत हुई हैं, उनकी पोस्टमार्टम रिपोर्ट नहीं दी जा रही हैं। मृतकों के परिवारीजनों से विपक्षी नेताओं को मिलने नहीं दिया जा रहा है।
अखिलेश ने भाजपा सरकार से मांग की है कि पुलिस की गोली से मारे गए लोगों के आश्रितों को सरकार मुआवजा दे। उन्होंने कहा कि 2022 में सपा की सरकार बनने पर 2007 में गोरखपुर के दंगे के नुकसान की भी भरपाई कराई जाएगी। लोकतंत्र में असहमति का अधिकार है। जिसके साथ अन्याय होगा, सपा उसके साथ खड़ी होगी। अध्यक्ष ने कहा कि सरकार शांतिपूर्ण प्रदर्शन पर रोक कैसे लगा सकती है।
वहीं उन्होंने जानकारी देते हुए एकबार फिर कहा कि 2022 में सपा किसी पार्टी से गठबंधन नहीं करेगी। उस समय जनता से सीधे गठबंधन रहेगा। इस अवसर पर विधान परिषद में नेता प्रतिपक्ष अहमद हसन, इन्द्रजीत सरोज, राजेंद्र चौधरी, नरेश उत्तम पटेल और एसआरएस यादव खासतौर पर मौजूद थे।
अखिलेश में समाज को आगे लाने की सोच: निषाद
वहीं मौजूद निषाद संघ के राष्ट्रीय सचिव लौटन राम निषाद ने कहा कि अखिलेश यादव में समाज को आगे लाने की सोच है। वह सबको भागीदारी देना चाहते हैं। उनका नेतृत्व बेदाग व ईमानदार है। वे सामाजिक न्याय और विचारधारा की राजनीति के विकल्प के नेता हैं। वह युवा हैं उनमें प्रदेश को आगे ले जाने की काबिलियत है।
कांग्रेस के कई दिग्गज नेता सपा में शामिल
वहीं अखिलेश यादव के समक्ष प्रदेश कांग्रेस के पूर्व महासचिव रमेश चंद्र निषाद, उत्तर प्रदेश तैलिक महासंघ के विनोद कुमार राठौर, मनोज कुमार राठौर, राजेन्द्र राठौर, श्रवण राठौर, श्रीपाल वर्मा, विश्वनाथ पाल, मनीष शर्मा, अकबर अली, अमित राठौर और विशाल निषाद के अलावा निषाद पार्टी बलिया के ज्ञानेश्वर कश्यप ने सपा में शामिल हुए।