Edited By Ruby,Updated: 17 May, 2019 05:18 PM
लखनऊः लोकसभा चुनाव के सातवें और अंतिम चरण में पूर्वी उत्तर प्रदेश के 11 जिलों की 13 सीटों पर 19 मई को होने वाले मतदान के लिए चुनाव प्रचार शुक्रवार शाम थम गया। चुनाव के इस चरण में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की प्रतिष्ठा...
लखनऊः लोकसभा चुनाव के सातवें और अंतिम चरण में पूर्वी उत्तर प्रदेश के 11 जिलों की 13 सीटों पर 19 मई को होने वाले मतदान के लिए चुनाव प्रचार शुक्रवार शाम थम गया। चुनाव के इस चरण में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की प्रतिष्ठा का कड़ा इम्तिहान होगा। अंतिम चरण में वाराणसी से मोदी चुनाव मैदान में है जहां उनका मुकाबला कांग्रेस के अजय राय और गठबंधन की समाजवादी पार्टी (सपा) प्रत्याशी शलिनी यादव से है जबकि गोरखपुर में भोजपुरी फिल्म अभिनेता रविकिशन की जीत से मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की प्रतिष्ठा से जुड़ी है।
अंतिम चरण में दो करोड़ 32 लाख मतदाता कुल 167 उम्मीदवारों के भाग्य का फैसला करेंगे। सबसे अधिक 26 प्रत्याशी वाराणसी क्षेत्र से और सबसे कम बांसगांव में चार प्रत्याशी हैं। मुख्य निर्वाचन अधिकारी एल वेंकटेश्वर लू के अनुसार वाराणसी में 103 नामांकन हुए थे। इनमें से 72 के नामांकन निरस्त हो गए। इसी तरह महाराजगंज में 14, गोरखपुर में 10, कुशीनगर में 14, देवरिया में 11, घोसी में 15, सलेमपुर में 15, बलिया में 10, गाजीपुर में 14, चन्दौली में 13, वाराणसी में 26, मीरजापुर में नौ और राबट्र्सगंज में 12 प्रत्याशी रह गए हैं।
इन 13 लोकसभा निर्वाचन क्षेत्रों में दो करोड़ 32 लाख मतदाता हैं, जिनमें एक करोड़ 26 लाख पुरूष और एक करोड़ छह लाख महिला मतदाता है जबकि 1416 तृतीय लिंग के मतदाता हैं। सातवें चरण में 18 से 19 वर्ष के दो लाख 19 हजार 473 मतदाता पहली बार अपने मताधिकार का प्रयोग करेंगे जबकि 80 वर्ष से अधिक के 3,77,515 मतदाता हैं। लू ने बताया कि 13 लोकसभा निर्वाचन क्षेत्रों में कुल 13,979 मतदान केन्द्र तथा 25,874 मतदेय स्थल हैं। चुनाव आयोग ने मतदान निर्विघ्न सम्पन्न कराने के लिये सभी तैयारियां पूरी कर ली है। पोलिंग पाटिर्यों को मतदान केन्द्र के लिये कल रवाना किया जाएगा।