Edited By Tamanna Bhardwaj,Updated: 22 Mar, 2019 12:12 PM
जौनपुर संसदीय सीट पर 12 मई को मतदान होना है। 1952 में पहले चुनाव से लेकर 2014 तक इस संसदीय सीट पर कांग्रेस और जनसंघ व भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) का ही ज्यादातर कब्जा रहा है लेकिन यहां से जनसंघ के अध्यक्ष रहे पंडित दीनदयाल उपाध्याय भी लोकसभा उप चुनाव...
जौनपुरः जौनपुर संसदीय सीट पर 12 मई को मतदान होना है। 1952 में पहले चुनाव से लेकर 2014 तक इस संसदीय सीट पर कांग्रेस और जनसंघ व भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) का ही ज्यादातर कब्जा रहा है लेकिन यहां से जनसंघ के अध्यक्ष रहे पंडित दीनदयाल उपाध्याय भी लोकसभा उप चुनाव में पराजय का सामना कर चुके हैं।
जौनपुर संसदीय सीट को कांग्रेस ने छह और जनसंघ एवं भाजपा ने पांच बार जीता है। वहीं, जनता पार्टी, जनता दल, बहुजन समाज पार्टी (बसपा) और राष्ट्रीय लोकदल (रालोद) ने एक-एक बार इस सीट से जीत दर्ज की है जबकि इस सीट से समाजवादी पार्टी (सपा) के उम्मीदवार दो बार लोकसभा पहुंचे हैं।
वर्ष 1962 में जनसंघ के सांसद ब्रह्मजीत के निधन के बाद जनसंघ के तत्कालीन अध्यक्ष पंडित दीनदयाल उपाध्याय ने यहां से लोकसभा उप चुनाव लड़ा था लेकिन उन्हें कांग्रेस के ठाकुर राजदेव सिंह ने पराजित कर दिया।
1999 में जौनपुर संसदीय सीट से स्वामी चिन्मयानंद ने भाजपा के टिकट पर चुनाव जीता था और केंद्र की तत्कालीन वाजपेयी सरकार में गृह राज्य मंत्री बने थे। 2014 में मोदी लहर के बीच यहां से भाजपा के डॉ. कृष्ण प्रताप सांसद चुने गये। जौनपुर लोकसभा सीट पर इस बार 13,74,987 मतदाता हैं। इनमें 9,43,230 पुरुष और 8,31,679 महिला मतदाता हैं।