Edited By Deepika Rajput,Updated: 17 Mar, 2019 12:59 PM
लोकसभा चुनाव की तारीखों का ऐलान होने के साथ ही चुनावी बिगुल बज गया है। सभी राजनीतिक पार्टियों ने अपनी कमर कस ली है। वहीं इसे विडंबना कहे या अतिशयोक्ति मगर सच है कि उत्तर प्रदेश के देवरिया से कोई भी महिला उम्मीदवार आज तक संसद की चौखट लांघने में असफल...
देवरियाः लोकसभा चुनाव की तारीखों का ऐलान होने के साथ ही चुनावी बिगुल बज गया है। सभी राजनीतिक पार्टियों ने अपनी कमर कस ली है। वहीं इसे विडंबना कहे या अतिशयोक्ति मगर सच है कि उत्तर प्रदेश के देवरिया से कोई भी महिला उम्मीदवार आज तक संसद की चौखट लांघने में असफल साबित हुई है।
देवरिया लोकसभा क्षेत्र में विधानसभा देवरिया, पथरदेवा, रामपुर कारखाना तथा कुशीनगर की 2 विधानसभा फाजिलनगर और तमकुहीराज आती हैं। यहां अब तक हुए लोकसभा चुनावों में किसी महिला को इस क्षेत्र का प्रतिनिधित्व करने का मौका नहीं मिल सका है। रामपुर कारखाना विधानसभा क्षेत्र से पिछले चुनाव में सपा की गजाला लारी विधायक रही हैं, वहीं फाजिलनगर विधानसभा में कांग्रेस की शशि शर्मा को यहां के लोगों ने अपना विधायक चुना। देवरिया सदर विधानसभा क्षेत्र से कृष्णा जायसवाल भी बीते चुनाव में देवरिया से चुनाव लड़ी थी, मगर महिलाओं को लेकर यह तस्वीर लोकसभा के लिए अभी धुंधली है।
यहां दिलचस्प है कि बीजेपी और कांग्रेस समेत अन्य प्रमुख दलों ने देश की आधी आबादी को अपना उम्मीदवार बनाने में भी कम रूचि दिखलाई है, जबकि रही सही कसर जनता जनार्दन ने पूरी कर नारी शक्ति पर कम भरोसा जताया है। देवरिया में अभी तक हुए लोकसभा चुनावों में सर्वाधिक 6 बार कांग्रेस ने विजय प्राप्त की, जबकि बीजेपी ने कलराज मिश्र को लेकर 3 बार यहां से विजय प्राप्त की है। वर्ष 1984 के बाद कांग्रेस यहां से अपना परचम नहीं लहरा सकी है। देवरिया लोकसभा क्षेत्र से अभी तक किसी महिला का प्रतिनिधित्व न करना लोगों को सोचने पर मजबूर कर दे रहा है।