Edited By Deepika Rajput,Updated: 14 Mar, 2019 05:24 PM
पश्चिमी उत्तर प्रदेश के आखिरी जिले के तौर पर माने जाने वाले मैनपुरी संसदीय क्षेत्र में आजादी के बाद लंबे समय तक कांग्रेस का वर्चस्व रहा, लेकिन पिछले करीब ढाई दशकों से यादव बाहुल्य इस इलाके में समाजवादी पार्टी (सपा) का डंका बज रहा है।
मैनपुरीः पश्चिमी उत्तर प्रदेश के आखिरी जिले के तौर पर माने जाने वाले मैनपुरी संसदीय क्षेत्र में आजादी के बाद लंबे समय तक कांग्रेस का वर्चस्व रहा, लेकिन पिछले करीब ढाई दशकों से यादव बाहुल्य इस इलाके में समाजवादी पार्टी (सपा) का डंका बज रहा है। मुलायम सिंह यादव के प्रभाव वाली मैनपुरी संसदीय सीट पर 1996 अब तक 8 बार हुए चुनाव में सपा का कब्जा रहा है। वर्ष 2014 के लोकसभा चुनाव में मोदी लहर के बावजूद सपा संरक्षक ने यहां शानदार जीत हासिल कर अपनी लोकप्रियता का अहसास कराया था।
इस चुनाव में मुलायम 3,64,666 मतों से जीते थे। मुलायम को 5,95,918 वोट मिले थे, जबकि उनके निकटतम प्रतिद्वंदी बीजेपी के शत्रुघन को 2,31,252 वोट हासिल हुए थे। बीजेपी लंबे समय से मैनपुरी ससंदीय सीट पर कब्जा करने का सपना संजोये रही है, लेकिन उसको कामयाबी आज तक नहीं मिल सकी। 1996 में इस सीट पर मुलायम ने जब चुनाव लड़ा तो उन्हें यहां कड़ी टक्कर मिली। बीजेपी के उपदेश सिंह चौहान को मुलायम ने करीब 50 हजार वोटों से हराया। मैनपुरी के किशनी, करहल, कुरावली और कुसमुरा जैसे यादवों के गढ़ माने जाने वाले क्षेत्र से उन्होंने मुलायम को पीछे छोड़ दिया था, लेकिन उस समय जसराना का क्षेत्र मैनपुरी लोकसभा में शामिल था, जिसने मुलायम को जीत दिलाई। मुलायम सिंह को इस चुनाव में 2,73,303 वोट मिले, जबकि बीजेपी के उपदेश सिंह चौहान को 2,21,345 वोट प्राप्त हुए।
मैनपुरी लोकसभा सीट जिन 5 विधानसभा क्षेत्रों को मिलकर बनी है, उनमें इटावा जिले का सबसे महत्वपूर्ण विधानसभा क्षेत्र जसवंतनगर भी शामिल है। यह सपा का अवैद्य गढ़ ही नहीं माना जाता, बल्कि इसी विधानसभा क्षेत्र में सपा प्रमुख मुलायम का पैतृक गांव सैफई भी आता है, जो मैनपुरी के करहल विधानसभा क्षेत्र से महज 5 किलोमीटर की दूरी पर है। वर्ष 2014 के आम चुनावों में मुलायम को 595918 वोट मिले थे। इसी चुनाव में बीजेपी के शत्रुघ्न सिंह चौहान को 231252 और बसपा की संघमित्रा मौर्य को 142833 वोट मिले। मुलायम मैनपुरी के साथ-साथ आजमगढ़ से चुनाव मैदान मे उतरे थे।
दोनों स्थानों से विजयी होने पर मुलायम ने मैनपुरी छोड़ी तो उपचुनाव में अपने पौत्र तेजप्रताप सिंह यादव को चुनाव मैदान में उतारा, जहां तेज को 653786, बीजेपी के प्रेम सिंह शाक्य को 335537 वोट मिले थे। जहां मुलायम को 59.63 प्रतिशत वोट मिले वही तेजप्रताप को 64.89 वोट हासिल हुए। मैनपुरी संसदीय सीट के अंतर्गत आने वाली 5 विधानसभाओं में से मैनपुरी में मतदाताओं की कुल तादाद 331393 है, जबकि भोगांव में 334453, किशनी में 301512, करहल में 358963 और जसवंतनगर में वोटरों की कुल संख्या 3755953 है।