Edited By Ajay kumar,Updated: 26 Mar, 2020 10:04 AM
21 दिन के लॉकडाउन के बावजूद मदरसे में बच्चों को दीनी-तालीम देना 3 लोगों को बहुत महंगा पड़ गया। पुलिस ने इन तीन लोगों के खिलाफ महामारी एक्ट के अंतर्गत मुकदमा दर्ज कर लिया गया है।
फतेहपुर: 21 दिन के लॉकडाउन के बावजूद मदरसे में बच्चों को दीनी-तालीम देना 3 लोगों को बहुत महंगा पड़ गया। पुलिस ने इन तीन लोगों के खिलाफ महामारी एक्ट के अंतर्गत मुकदमा दर्ज कर लिया गया है। बता दें कि बिंदकी कस्बे के बजरिया मोहल्ले में स्थिति मस्जिद में ही मदरसे का संचालन कराया जाता है। आपको ये भी बता दें कि सभी स्कूल, कॉलेज, शिक्षण संस्थान पहले ही बंद कराये जा चुके हैं।
मदरसा खुला होने की सूचना के बाद जांच के लिए पहुंचे जिले के प्रशासनिक अधिकारी भी यह देखकर हैरान रह गए कि मदरसे में 60 से ज्यादा बच्चों को एक साथ बैठाकर उन्हें दीनी-तालीम जी रही थी। जिसके बाद मुकदमा दर्ज किया गया। बता दें कि जिले के बिंदकी कोतवाली क्षेत्र के बजरिया मोहल्ले में एक मदरसे में तीन शिक्षकों की मौजूदगी में 60 से अधिक बच्चों को पढ़ाया जा रहा था। पुलिस ने इन तीन लोगों के खिलाफ महामारी एक्ट के अंतर्गत मुकदमा दर्ज कर लिया गया है। गौरतलब है कि बिंदकी कस्बे के बजरिया मोहल्ले में स्थिति मस्जिद में ही मदरसे का संचालन कराया जाता है।
कोरोना वायरस के खतरे के मद्देनजर लॉकडाउन घोषित किये जाने के बावजूद मदरसा संचालकों ने मदरसे में छुट्टी करना जरूरी नहीं समझा और आज 60 से ज्यादा बच्चों को एक साथ बैठाकर उन्हें शिक्षा दी जा रही थी। अपने जीवन के साथ ही मासूम बच्चों के जीवन से खिलवाड़ कर रहे तीन मदरसा शिक्षकों खुसबुद्दीन, सरफराज और मुस्तकीम के खिलाफ महामारी एक्ट के तहत मुकदमा दर्ज किया गया है। इस मामले में जिले के अपर पुलिस अधीक्षक राजेश कुमार का कहना है कि मासूम बच्चों के साथ खिलवाड़ करने वाले और सरकारी आदेशों की अवहेलना करने वाले तीनों शिक्षकों के खिलाफ एफआईआर दर्ज कर ली गई है। इनके खिलाफ महामारी एक्ट के तहत सख्त कार्यवाही की जाएगी।