Edited By Umakant yadav,Updated: 26 Apr, 2020 03:37 PM
कोरोना वायरस को लेकर देश में लॉकडाउन जारी है। इस बीच जम्मू-कश्मीर से आर्टिकल 370 हटाए जाने के बाद गिरफ्तार किए गए कई कश्मीरियों में से 239 बंदी यूपी की अलग-अलग जेल में बंद हैं। लेकिन कश्मीर की कोर्ट...
लखनऊ: कोरोना वायरस को लेकर देश में लॉकडाउन जारी है। इस बीच जम्मू-कश्मीर से आर्टिकल 370 हटाए जाने के बाद गिरफ्तार किए गए कई कश्मीरियों में से 239 बंदी यूपी की अलग-अलग जेल में बंद हैं। लेकिन कश्मीर की कोर्ट से जमानत मिलने पर ऐसे 79 बंदियों को यूपी की जेलों से रिहा कर दिया गया। यूपी की जेलों में अब भी 160 कश्मीरी ऐसे हैं जिन्हें जमानत नहीं मिली है, वह जेलों में बंद हैं।
बता दें कि यूपी के डीजी पीआरओ संतोष वर्मा ने बताया कि सितंबर 2019 से ही यूपी की अलग-अलग जिलों में जम्मू कश्मीर से गिरफ्तार आरोपियों को रखा गया था। अब जैसे-जैसे उन आरोपियों को कश्मीर की कोर्ट से जमानत मिल रही है, उन्हें यूपी की जेलों से रिहा किया जा रहा है। उन्होंने बताया कि जमानत के दस्तावेज जैसे ही यूपी कारागार विभाग को मिलते हैं उसे कश्मीर की कोर्ट से रेडियोग्राम भेजकर पुष्टि की जाती है। कश्मीर की कोर्ट से जैसे ही रेडियोग्राम द्वारा आरोपियों की जमानत मिलने की पुष्टि होती है, तो उनकी जमानत पर छोड़े जाने की प्रक्रिया शुरू हो जाती है।
ज्यादातर बंदी जनसुरक्षा कानून (पीएसए) मामले के आरोपी
डीजी के मुताबिक यूपी की अलग-अलग जेलों में 239 बंदी थे, जो कश्मीर से गिरफ्तार किए गए थे। इनमें ज्यादातर बंदी पीएसए (जनसुरक्षा कानून) मामले के आरोपी हैं, जिनको सुरक्षा के मद्देनजर यूपी की जेलों में रखा गया था। फिलहाल जम्मू कश्मीर पुलिस और जेल विभाग से बंदियों के परिजनों को एक पास दिया जाता है, जो यूपी की जेलों में दिखाने पर बंदी उनको सौंप दिए जाते हैं। यह प्रक्रिया बीते कई दिनों से चल रही है।