Edited By Tamanna Bhardwaj,Updated: 11 Jul, 2020 01:20 PM
उत्तर प्रदेश में कोरोना महामारी तेजी से बढ़ रही है, इस पर प्रदेश सरकार ने भी चिंता जाहिर की है। वहीं सरकार लगातार टेस्टिंग को बढ़ाने के आदेश दे रही है। उसके बावजूद कोरोना मरीजों की संख्या बढ़ रही है। उसी को देखते हुए यूपी सरकार ने 10 जुलाई से 13 जुलाई...
लखनऊः उत्तर प्रदेश में कोरोना महामारी तेजी से बढ़ रही है, इस पर प्रदेश सरकार ने भी चिंता जाहिर की है। वहीं सरकार लगातार टेस्टिंग को बढ़ाने के आदेश दे रही है। उसके बावजूद कोरोना मरीजों की संख्या बढ़ रही है। उसी को देखते हुए यूपी सरकार ने 10 जुलाई से 13 जुलाई सुबह 5 बजे तक लॉकडाउन लगाया है।
शुक्रवार की रात से सोमवार सुबह तक पूरे प्रदेश में समस्त कार्यालय, सभी शहरी व ग्रामीण हाट, बाजार व गल्ला मंडी तथा व्यावसायिक प्रतिष्ठान पूरी तरह बंद रहेंगे। इस दौरान 10 से 12 जुलाई तक पूरे प्रदेश में सफाई, स्वच्छता व स्वच्छ पेयजल आपूर्ति के लिए बड़ा अभियान चलेगा। इस अभियान की निगरानी के लिए शासन स्तर से वरिष्ठ अधिकारी जिलों में नोडल अधिकारी के रूप में तैनात किए गए हैं।
शहरी और ग्रामीण क्षेत्र के औद्योगिक कारखानों पर कोई प्रतिबंध नहीं होगा और आवश्यक सेवाओं पर कोई रोक नहीं होगी। राजधानी लखनऊ में लॉकडाउन का पालन कराने के लिए पुलिस सड़कों पर उतरी। पुरे शहर के साथ हजरतगंज में भारी पुलिस बल मौजूद है। लोगों को लॉक डाउन का पालन करने का पुलिस लगातार निर्देश दे रही है। वहीं इस दौरान कुछ लोग बिना मास के निकले, लेकिन पुलिस ने उनको रोककर समझाया।
लखनऊ के कमिश्नर सुजीत पांडेय ने हजरतगंज पहुंचकर लॉकडाउन का पालन करने के लिए दिशा निर्देश दिए। सुजीत पांडेय ने कहा कि यह लॉकडाउन नहीं है, सबकी भलाई के लिए किया जा रहा कार्य है।