Edited By Ramkesh,Updated: 28 Apr, 2020 10:04 PM
कोरोना के कारण देश में लॉकडान लागू है। ऐसे में मदूरों के समाने रोज-रोटी का संकट आ गया है। ऐसे में वे अपने घर को जाने अनेक तरीको का प्रयोग कर रहे है।
बागपत: कोरोना के कारण देश में लॉकडान लागू है। ऐसे में मदूरों के समाने रोज-रोटी का संकट आ गया है। ऐसे में वे अपने घर को जाने अनेक तरीको का प्रयोग कर रहे है। ऐसा ही देखने को मिला है। जहां पर हरियाणा के सोनीपत के खरखौदा से चलकर यमुना नदी के रास्ते जिले में प्रवेश करने वाले 42 मजदूरों को पुलिस-प्रशासन ने वापस भेज दिया। मजदूरों को जानकारी मिली थी कि जिले से बस की व्यवस्था कर दी गई है।
बता दें कि सोनीपत के खरखौदा की फैक्टरी में यूपी के विभिन्न जिलों के कामगार नौकरी करते हैं। लॉकडाउन में फैक्टरी में ही फंस गए, किसी तरह दिन बिताए। सोमवार को कामगारों को जानकारी मिली थी कि बागपत से संत कबीरनगर, सुल्तानपुर, इटावा, गाजीपुर, गोरखपुर के लिए बस की व्यवस्था की गई है। इसके बाद वह पैदल ही बागपत आने के लिए चल दिए। बॉर्डर पर चेकिंग के कारण उन्होंने यमुना नदी का रास्ता चुना। किसी तरह यमुना पार की। मगर, यमुना के पक्का घाट पर पुलिस ने उन्हें रोक लिया। पुराना कस्बा चौकी इंचार्ज बलराम यादव ने इनकी गिनती कराई। चौकी इंचार्ज ने एसडीएम सदर को जानकारी दी। प्रशासन ने इन्हें वापस सोनीपत भेजने के निर्देश दिए।