Edited By Tamanna Bhardwaj,Updated: 09 Jan, 2019 06:27 PM
कुंभ मेला-2019 में संस्कृति विभाग द्वारा वर्ष 1861, 1870 व 1882 में आयोजित माघ मेला/ कुंभ मेला संबंधी रिपोर्ट तथा अखाड़ों एवं तीर्थ यात्रियों के विवरण से संबंधित अभिलेखों की प्रदर्शनी लगाई जायेगी...
लखनऊः कुंभ मेला-2019 में संस्कृति विभाग द्वारा वर्ष 1861, 1870 व 1882 में आयोजित माघ मेला/ कुंभ मेला संबंधी रिपोर्ट तथा अखाड़ों एवं तीर्थ यात्रियों के विवरण से संबंधित अभिलेखों की प्रदर्शनी लगाई जायेगी।
इसके अलावा विभिन्न कुंभ मेलों की प्रशासनिक, चिकित्सा, रेलवे व्यवस्था एवं आय-व्यय सम्बन्धी अभिलेख भी प्रर्दिशत किये जायेंगे। संस्कृत विभाग के एक प्रवक्ता ने बुधवार को बताया कि प्रदर्शनी में प्रयाग एवं त्रिवेणी संगम की महत्ता तथा गंगा-यमुना की स्तुति पर आधारित संस्कृत भाषा की पाण्डुलिपि, संस्कृत से फारसी में अनुवादित रज्मनामा (महाभारत), समुद्र मंथन से सम्बन्धित महत्वपूर्ण अभिलेखों, कलाकृतियों, सिक्कों, फाइबर अनुकृतियों, छायाचित्रों, पेंटिंग, ग्राफिक्स एवं ड्राईंग को भी प्रर्दिशत किया जायेगा।
कुंभ मेले में अखिल भारतीय कला प्रदर्शनी ‘कला के रंग कुम्भ के संग’ में उत्तर प्रदेश, हरियाणा, मध्य प्रदेश, महाराष्ट्र, पश्चिम बंगाल, राजस्थान, नई दिल्ली, असम, चण्डीगढ़ तथा उत्तराखण्ड आदि के 275 कलाकारों की 491 कलाकृतियों के छायायित्र प्रर्दिशत किये जायेंगे।