Edited By Tamanna Bhardwaj,Updated: 02 Mar, 2020 03:36 PM
दिन प्रतिदिन समाज को अपनी जकड़न में लेने वाले फ्लू को लेकर यूपी के मुख्यमंत्री योगी ने सलाह देते हुए कहा कि वे बीमारी को हौव्वा न बनाएं बल्कि इसके उपचार पर ध्यान दें। उन्होंने कहा कि ‘फ्लू कोई बीमारी नहीं है’ और मौसम बदलने पर लोगों को सर्दी लग जाती...
लखनऊः दिन प्रतिदिन समाज को अपनी जकड़न में लेने वाले फ्लू को लेकर यूपी के मुख्यमंत्री योगी ने सलाह देते हुए कहा कि वे बीमारी को हौव्वा न बनाएं बल्कि इसके उपचार पर ध्यान दें। उन्होंने कहा कि ‘फ्लू कोई बीमारी नहीं है’ और मौसम बदलने पर लोगों को सर्दी लग जाती है।
उन्होंने बताया कि हाल में मेरठ में स्वाइन फ्लू से मरने वालों की कुछ संख्या की जानकारी मिली। फ्लू कोई बीमारी नहीं है। जब मौसम बदलता है, तो कुछ लोगों को सर्दी लग जाती है। यह अपने आप में फ्लू है। इसके कारणों के आधार पर, हम इसे स्वाइन फ्लू या बर्ड फ्लू या किसी अन्य नाम से बुलाते हैं।
मुख्यमंत्री ने इस दौरान मीडिया से कहा कि बीमारी को लेकर लोगों में भय पैदा करने की आवश्यकता नहीं है। मुख्यमंत्री योगी ने कहा कि प्रदेश में अब तक चार आरोग्य मेलों का आयोजन किया जा चुका है, जिसमें 17 लाख से ज्यादा लोगों को इलाज मिला है। उन्होंने कहा कि फ्लू से बचाव को लेकर लोगों को जागरुक करने और उपचार एवं रोकथाम को लेकर स्वास्थ्य विभाग को सतर्क रहने की आवश्यकता है।
उन्होंने कहा, ‘‘1977-78 से लेकर 2016 तक हर साल तीन से चार महीने में इन्सेफलाइटिस (दिमागी बुखार) से 500 से 1500 बच्चों की मौत होती थी। हमारी सरकार की तरफ से चलाए गए वृहद अभियान का नतीजा है कि हम इस बीमारी के प्रकोप को 56 से 60 फीसदी तक कम करने और मौत के आंकड़ों में 90 फीसदी तक कमी लाने में सफल रहे। इसी प्रकार डेंगू और कालाजार को भी नियंत्रित किया जा सकता है।’’
बता दें कि सीएम योगी ने रविवार को राजधानी के सरोजिनी नगर के औरंगाबाद स्थित प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में आरोग्य मेले की पांचवीं कड़ी का शुभारम्भ किया। इस दौरान उन्होंने उक्त बातें कहीं।